28 June 2023 09:54 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने आठ माह की कड़ी मेहनत से रोहित गोदारा गैंग के तीन गुर्गों को धर दबोचा है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम काकड़ा, पांचू निवासी कमल डेलू पुत्र जगदीश विश्नोई, खिंदासर, कोलायत निवासी श्रवण सींवर पुत्र शिवलाल विश्नोई व जयसिंहदेसर मगरा, पांचू निवासी विजयपाल पुत्र जगदीश विश्नोई बताए जा रहे हैं। एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि कमल डेलू पर पुलिस मुख्यालय द्वारा एक लाख, बीकानेर पुलिस द्वारा 25 हजार व जोधपुर पुलिस द्वारा 15 हजार का ईनाम घोषित किया हुआ था। वहीं श्रवण पर पुलिस मुख्यालय ने एक लाख तथा विजयपाल पर आईजीपी बीकानेर ने चालीस हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। तीनों आरोपी लॉरेंस विश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य रोहित गोदारा के गुर्गें हैं। तीनों राजू ठेहट हत्याकांड में आरोपी हैं। पूछताछ में पता चला है कि तीनों ने राजू ठेहट के हत्यारों को एके-47 सप्लाई की थी। तीनों ही राज्य के अलग अलग जिलों के वांछित हैं। आरोपियों पर पुलिस मुख्यालय सहित बीकानेर, सीकर व जोधपुर पुलिस ने ईनाम घोषित कर रखा था। कमल के खिलाफ बीकानेर के नयाशहर, पांचू, गंगाशहर, जयनारायण व्यास कॉलोनी सहित जोधपुर के फलौदी, भोजासर, सीकर के उद्योग नगर व बाड़मेर के सिणधरी में मिलाकर कुल 12 मुकदमें दर्ज है। वहीं श्रवण के खिलाफ सदर बीकानेर तथा उद्योग नगर, सीकर में दो मुकदमें दर्ज हैं। विजयपाल के खिलाफ बीकानेर के नोखा, सदर, पांचू, नयाशहर, नाल, बीछवाल, देशनोक सहित चुरू के राजलदेसर व हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में मिलाकर कुल 17 मुकदमें दर्ज है।
एसपी गौतम ने बताया कि पांचू थाना क्षेत्र में आरोपियों ने जानलेवा हमले की वारदात की थी। उसी मामले में टीम गठित कर रोहित गोदारा के उक्त गुर्गों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए थे। आठ माह से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। हाल ही में टीमों को विशेष निर्देश देकर युद्धस्तर पर आरोपियों की तलाश में लगाया गया।
ऐसे हुई तलाश: आरोपी रोहित गोदारा गैंग से जुड़े हैं तथा एक उच्च तकनीक की एप्लीकेशन के माध्यम से कॉलिंग कर जुड़ाव रखते हैं। इसी एप्लिकेशन के माध्यम से अपराधों को अंजाम तक पहुंचाने में उपयोग किया जाता है। पुलिस के लिए इस एप्लीकेशन का तोड़ निकालकर आरोपियों का ट्रैस करना बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। एसपी के अनुसार आरोपी तकनीकी रूप से बड़े शातिर हैं।
पुलिस की साईबर टीम ने कुछ दिनों पहले पता लगाया कि आरोपी महाराष्ट्र के नासिक स्थित भीड़ भाड़ वाले इलाके में छिपे हैं। साईबर टीम की सहायता से लोकेशन मिलते ही पुलिस टीमों को नासिक रवाना किया गया। यहां टीमों ने कई दिनों तक डेरा डाला। पता चला कि जहां आरोपी छिपे हैं वहां पांच सौ से अधिक फ्लैट है, जहां अलग अलग राज्यों के लोग किराए पर रहते हैं। पुलिस ने हुलिया बदलकर पांच सौ घरों की रैकी की। अंत में संभावित ठिकाने के सामने वाली निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरों का हुलिया बनाकर दो दिन तक निगरानी रखी। जब सुनिश्चित हो गया तब तीनों बदमाशों को धर दबोचा गया।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने हुलिया बदल बदल कर फरारी काटी। नासिक में हुलिया बदला तो पूरे बाल ही कटवा लिए। तीनों ने फरारी काल नेपाल सहित भारत के गोवा, पुणे, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, नासिक, मुंबई, फलौदी व बीकानेर के रणजीतपुरा में बिताया।
ये रहे एसपी तेजस्वनी गौतम की सफल टीम के सदस्य: नयाशहर थानाधिकारी वेदपाल शिवराण, कोतवाली थानाधिकारी संजय सिंह, साईबर सैल हैड कांस्टेबल दीपक यादव, दिलीपसिंह, श्रीराम, राजूराम व सूर्य प्रकाश की टीम ने कड़ी मेहनत कर कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस सफलता में दीपक यादव की विशेष भूमिका रही।
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