02 September 2021 05:26 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर पुलिस के लिए अब ट्रैफिक व्यवस्था से अधिक जरूरी चालान काटना हो गया है। आज कोटगेट रेलवे फाटक टूटने के बाद भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। दरअसल, आज नगर निगम के डंपर ने कोटगेट रेलवे फाटक को ठोक दिया। जिसकी वजह से फाटक टूट गया। रास्ता ब्लॉक हो गया। जहां एक तरफ टूटे रेलवे फाटक की वजह से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया। हर ओर भारी जाम लग गया। सारा ट्रैफिक दूसरे फाटक की तरफ डायवर्ट होने की वजह से भीड़ भी अधिक थी। दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था देखने की जगह चालान काटने लगी। ट्रैफिक पुलिस के इस रवैये से आमजन खासा नाराज दिखा। सवाल यह है कि इतनी भीड़ में हेलमेट लगाकर बाइक चलाना कितना आसान है?
उल्लेखनीय है कि इन दिनों पुलिस पर भी चालान काटने के रिकॉर्ड कायम करने का भारी दबाव है। थाना स्तर के अधिकारी व पुलिसकर्मी भी टारगेट पूरे करने के आदेशों व आमजन की नाराज़गी के बीच पिसते नजर आ रहे हैं। कोरोना की दो लहरों के बाद आमजन की स्थिति भी ठीक नहीं है। ऐसे में आमजन पुलिस के इस रवैये से काफी नाराज़ है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि चालान भी भीड़ भाड़ वाले बाजारों में किए जाते हैं। जबकि दूसरी तरफ चारों तरफ के हाइवेज़ व इनसे लगती सड़कों पर बसें, बोलेरो कैंपर, यूटीलिटी सहित विभिन्न वाहनों की लापरवाही से रोज एक्सीडेंट हो रहे हैं। ये वाहन तेज गति में लहराते हुए लापरवाही से वाहन चलाते हैं। लेकिन पुलिस के पास ऐसे खतरनाक वाहनों के खिलाफ कार्यवाही करने के ना तो कोई टारगेट है और ना ही कोई प्लान। सूत्रों से पता चला है कि पूरे जिले में स्पीड चैक करने हेतु बना विशेष वाहन एक ही है। जबकि सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं स्पीड व लापरवाही के कारण होती है।
हालांकि हेलमेट लगाकर ही चालक स्वयं को सुरक्षित रख सकता है। मगर सवाल यह है कि हेलमेट हाइवे पर अधिक जरूरी है या भीड़भाड़ वाले बाजारों में जरूरी है। पुलिस को यह समझना होगा कि भीड़भाड़ वाले बाजारों में हेलमेट पहनकर वाहन चलाना ही मुश्किल हो जाता है। ऐसे में टारगेट पूरे करने के लिए आमजन को बेवजह परेशान किया जाना कहां तक सही है। बता दें कि टारगेट के दबाव में पुलिस अक्सर खड़े वाहनों पर भी हेलमेट, सीटबेल्ट आदि के चालान कर देती है। देखें कड़वी हकीकत बताते वीडियो---
RELATED ARTICLES