06 December 2021 04:02 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के धर्म परिवर्तन करने के बाद आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रिजवी ने आज इस्लाम त्यागकर हिंदू धर्म अपना लिया है। गाजियाबाद स्थित डासना के देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने रिजवी को हिंदू धर्म में शामिल करने की विधि पूर्ण करवाई। रिजवी अब जितेंद्र नारायण त्यागी कहलाएंगे। सरस्वती ने कहा कि वें वसीम रिजवी के साथ हैं। वसीम अब त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे।
वहीं रिजवी ने कहा कि 'धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है। जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया है तो मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और उसमें इतनी अच्छाई मिलती है। इंसानियत मिलती है। रिजवी ने कहा कि इतनी अच्छाई दूसरे धर्म में नहीं मिलती और इस्लाम को हम धर्म समझते ही नहीं। हमारे सिर पर हर शुक्रवार को ईनाम बढ़ा दिया जाता है, इसलिए आज मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं।'
बता दें कि अपने बयानों से विवादों से घिरे रहने वाले रिजवी अपनी किताब 'मोहम्मद' के बाद फिर विवादों से घिर गए। बताते हैं कि मोहम्मद में उन्होंने विवादित बातें लिखी। हाल ही में उन्होंने अपनी वसीयत लिखी थी, जिसमें इच्छाओं जताई कि उन्हें मरने के बाद दफनाया नहीं जाए, बल्कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाया। उनको मुखाग्नि यति नरसिंहानंद दें।
दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर रिजवी की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। नाराज़ मुस्लिम समुदाय ने रिजवी की गिरफ्तारी हेतु हैशटैग अभियान भी चलाया है।
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