06 April 2023 12:49 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) लगता है बीकानेर में रेलवे फाटक से लगने वाले जाम से जनता को निजात कभी मिलेगी ही नहीं। उल्टा अब डबल परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि अब तो सांखला फाटक व कोटगेट रेलवे फाटक को पार करने से ही डर लगने लगा है। मजबूरी में यह रास्ता पकड़ लिया तो भुगतना ही पड़ता है। बीकानेर संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने अस्थाई समाधान के तौर पर जनता को राहत पहुंचाने वाली वन वे व्यवस्था लागू की मगर बदतर ट्रैफिक व्यवस्था व कुछ गैर जिम्मेदार आम नागरिकों की वजह से जनता और अधिक त्रस्त हो चुकी है।
ख़बरमंडी न्यूज़ ने पिछले तीन दिनों तक लगातार धरातली हकीकत जानने हेतु तहकीकात की। मौके पर हालात बेहद बदतर दिखे। ख़ासतौर पर कोटगेट रेलवे फाटक की स्थिति बेहद चिंताजनक थी। वन वे व्यवस्था की वजह से केईएम रोड़ में एंट्री करने के लिए कोटगेट पार करना पड़ता है। रेलवे फाटक बंद होने पर कई तरह की अव्यवस्थाओं के कारण नियम पालना करने वाले नागरिकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेल फाटक बंद होने की स्थिति में वाहन चालक कोटगेट के रास्ते पर ही खड़े हो जाते हैं। जबकि आगे जगह ख़ाली पड़ी रहती है। यहां खड़े होने का कारण धूप से बचाव होता है। दूसरी समस्या रेलवे द्वारा पैदा की जा रही है। कई बार तीन तीन ट्रेनों की क्रॉसिंग तक रेलवे फाटक खोला नहीं जाता। इस वजह से लगातार 45-60 मिनट तक भी गेट बंद रहता है। तीसरी अव्यवस्था कुछ गैर जिम्मेदार नागरिकों व ट्रैफिक का मोर्चा संभाल रही पुलिस टीम द्वारा फैलाई जाती है। जैसे ही गेट खुलता है, गेट के दूसरी ओर से भारी संख्या में वाहन आने लगते हैं। जबकि यहां वन वे व्यवस्था लागू है। फड़बाजार पॉइंट पर खड़ा पुलिस कर्मी सबकुछ देखता है। मंगलवार को ऑपरेशन के दौरान हमने सवाल पूछा तो कहा कि यहां टू वे व्यवस्था लागू है। फिर सवाल पूछा तो कहा कि लोग रुकते नहीं है। ट्रैफिक के इस पुलिसकर्मी ने अपनी नाम की पट्टी भी छिपा रखी थी। गर्मी आने के साथ ही जाम का यह दर्द लोगों के लिए नासूर बन चुका है। लोग पसीने से तरबतर होकर परेशान हो जाते हैं। हमने वन वे में अवैध टू वे चालू रहने का वीडियो भी बनाया है, देखें वीडियो
RELATED ARTICLES