09 April 2020 04:34 PM

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कोरोना इमरजेंसी के लॉक डाउन ने एपीएल श्रेणी के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। देश के अस्सी करोड़ राशन कार्ड धारकों को दो-तीन रूपए किलो की दर से राशन देने की प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा भी छलावा निकली। राज्य सरकार की अनदेखी से निराश एपीएल श्रेणी को मोदी की घोषणा ने राहत दी थी, लेकिन घोषणा का सच सामने आने लगा है। बीकानेर के जरूरतमंद मोदी की योजना शुरू होने का इंतज़ार कर रहे हैं। योजना अब 15 अप्रेल के बाद शुरू करने की बात कही जा रही है। एपीएल श्रेणी के जरूरतमंद पार्षदों से जवाब मांग रहे हैं। डीएसओ यशवंत भाकर से ख़बरमंडी न्यूज़ ने इस बारे में जानकारी ली। यशवंत के अनुसार पूरी बीपीएल श्रेणी को तो सारी योजनाओं का लाभ मिल जाएगा, लेकिन एपीएल में उन्हीं को मोदी की योजना के तहत फायदा होगा, जो खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े हैं। एक पार्षद का तो यहां तक कहना है कि डीएसओ ने ई-मित्र के माध्यम से खाद्य सुरक्षा में जुड़ने की बात कही। यह बड़ा ही बचकाना सुझाव बताया जा रहा है। बता दें कि ई-मित्र फिलहाल बंद है, वहीं इस माध्यम से नाम जुड़ने में समय भी लगता है, इसके अलावा एक लाख से कम की वार्षिक सहित कई शर्तें भी लागू होती है, ऐसे में इस आपातकाल में खाद्य सुरक्षा से वंचित एपीएल श्रेणी के लिए राज्य व केंद्र सरकार के पास कोई योजना नहीं है। जानकारी के अनुसार एपीएल श्रेणी के नाममात्र लोग ही खाद्य सुरक्षा से जुड़े हैं, ऐसे में मोदी द्वारा अस्सी करोड़ एपीएल-बीपीएल कार्डधारकों को राशन देने की योजना अब समझने वाले लोगों को छलावा लगने लगी है।
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