22 October 2020 08:14 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। जुगल राठी की कार पर फायरिंग प्रकरण को लेकर बड़ी ख़बर सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार फायरिंग पुरानी रंजिश को लेकर हुई है। हालांकि राठी ने फायरिंग की घटना के बाद ही किसी से रंजिश व धमकी आदि की बात से साफ इंकार कर दिया था। लेकिन सूत्र कहते हैं मामला सट्टे के लेन देन से जुड़ा है। यह लेन देन ताज़ा नहीं है बल्कि नोटबंदी के बाद यूपी चुनाव के समय का है। बताया जाता है कि यूपी में योगी की सरकार बनी थी। बुक्कियों के लिए यह बहुत बुरा समय था, जब उम्मीद के उल्टे बीजेपी बंपर सीटें जीत गई थी। इस ऐतिहासिक चुनाव परिणाम ने बुक्कियों की हवा निकाल दी थी। बताया जाता है कि इसमें राठी के अरबों के आंकड़े में पैसे लग थे। जिसका जयपुर में हुई एक मीटिंग में सैटलमेंट कर लिया गया। सैटलमेंट के तहत कुछ को पच्चीस पैसे के हिसाब से बकाया चुकाए भी गये। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कर्जा तो सैटल हो गया मगर अकाउंट बराबर नहीं हुआ था।
हालांकि इसे लेकर अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। वहीं राठी अब तक रहस्यात्मक बने हुए हैं। हालांकि पुलिस को भी राठी की चुप्पी पर संदेह है। पुलिसिया सूत्रों का कहना है कि अरबों के सट्टे का यह मामला ऐसा है जिसके बारे मौन रहने अलावा राठी के पास कोई चारा नहीं है। रहस्य बन चुके इस मामले में एक और बात भी सामने आ रही है। पुलिसिया सूत्रों के अनुसार गंगाशहर फायरिंग कांड व जुगल राठी फायरिंग कांड के आरोपी एक ही हो सकते हैं। लेकिन यह दावा उतना सटीक नहीं लग रहा। कारण, गंगाशहर की वारदात के आरोपी फरार हो गए, जिन्हें चप्पे चप्पे पर पुलिस तलाश कर रही थी, ऐसे में शाम को उन्हीं द्वारा गोली चलाने की बात हज़म नहीं हो रही। हालांकि गैंग के अन्य सदस्यों द्वारा वारदात करने की बात पर पुलिस का आंशिक विश्वास बन रहा है। फिलहाल नयाशहर पुलिस मामले में अज्ञात आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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14 September 2020 08:49 PM