30 March 2021 07:06 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। डॉक्टर के घर चालीस लाख रूपयों की चोरी करने वाली नौकरानी व उसके साथी को पुलिस ने मात्र 12 घंटों में दस्तयाब कर लिया है। मामला श्रीगंगानगर के जवाहर नगर थाना क्षेत्र का है। जहां वृंदावन विहार निवासी डॉक्टर महेश लालगढ़िया के यहां यह वारदात हुई। 28 मार्च की रात दस बजे डॉ महेश अपनी डॉक्टर पत्नी के साथ पार्टी में चले गए थे। वे घर में नौकरानी लक्ष्मी लुहार को छोड़ कर गए थे। वापस आए तो ना लक्ष्मी मिली ना ही चालीस लाख रूपए की धनलक्ष्मी। डॉक्टर ने तुरंत जवाहर नगर थाना पुलिस को सूचना दी। नौकरानी लक्ष्मी के खिलाफ चालीस लाख की चोरी का मुकदमा दर्ज करवाया गया। एसपी दुष्यंत राजन, एएसपी सहीराम विश्नोई व सीओ अरविंद बेरड़ के निर्देशन व थानाधिकारी विश्वजीत सिंह के डायरेक्टर सुपरविजन में उनि आदेश कुमार यादव के नेतृत्व वाली टीम गठित की गई। एएसआई हेतराम, कांस्टेबल अजय यादव, विकास व सुमन जाखड़ को टीम में शामिल किया गया। आदेश मय टीम ने तहकीकात शुरू की और 12 घंटे के अंदर ही लक्ष्मी व उसके साथी कृष्णा पासवान को चालीस लाख रूपए सहित पीलीबंगा के अरलिया गांव की रोही से दस्तयाब कर लिया।
पुलिस के अनुसार लक्ष्मी सबसे छिपाकर एक मोबाइल फोन रखती थी, जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी। लेकिन आसपास पूछताछ की गई तो कृष्णा से मिलने की बात सामने आई। इस पर पुलिस कमल होटल गई, जहां से पता चला कि कृष्णा भी गायब है। कृष्णा का फोन नंबर मिला, लेकिन वह फोन फ्लाइट मोड पर रख रहा था। ट्रेसिंग के दौरान दो बार फोन नेटवर्क में किया तो पहली लोकेशन सूरतगढ़ व दूसरी पीलीबंगा आई। पुलिस टीम ने पीलीबंगा में तलाश शुरू की तो दोनों पीलीबंगा के गांव अरलिया की रोही में छिप गए। पुलिस टीम ने दोनों को यहां से पैसे के साथ दबोच लिया।
पुलिस के अनुसार लक्ष्मी मूल रूप से बंगाल के जलपाईगुड़ी की है, लेकिन ढ़ाई साल से डॉक्टर के यहां रह रही थी। लंबा समय हो जाने से डॉक्टर परिवार को उस पर विश्वास हो गया था। कुछ समय पूर्व वह कृष्णा के संपर्क में आई थी। कृष्णा बिहार के समस्तीपुर का है। दोनों पीलीबंगा से अवध असम एक्सप्रेस में चढ़कर बिहार भागने वाले थे। वहीं डॉक्टर ने हाल ही में एक जमीन खरीदी थी। उसी का पेमेंट करने के लिए चालीस लाख रूपए घर में रख रखे थे। डॉक्टर की पत्नी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। दोनों का श्रीगंगानगर में एक निजी अस्पताल भी है।
उल्लेखनीय है कि आदेश कुमार मय टीम ने कड़ी मेहनत कर दोनों आरोपियों को समय पर दबोच लिया। इसमें थोड़ी सी देर होती तो मामला लंबित हो सकता था।
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