06 August 2020 10:49 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम की पॉलिटिक्स से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस पॉलिटिक्स के गेम में इस बार राज्य सरकार के आदेश द्वारा किए तबादला आदेश की धज्जिया उड़ा दी है। दरअसल, राजस्थान सरकार के निदेशालय, चिकित्सा, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने 16 जुलाई को आदेश जारी किया था। जिसमें प्रथम नर्स हरिराम पड़िहार को पीबीएम चिकित्सालय, बीकानेर नर्सिंग अधीक्षक के पद पर लगाया था। लेकिन तबादला आदेश के 20 दिवस हो जाने पर भी हरिराम को पूर्व अधीक्षक द्वारा चार्ज नहीं दिया जा रहा है। पूर्व नर्सिंग राजमा अभी भी कुर्सी पर जमकर बैठी हैं। हालांकि इन बीस दिनों में 25 से 31 जुलाई तक राजमा छुट्टी पर गई थीं, तब हरिराम को कार्यवाहक अधीक्षक लगाया गया था। हरिराम की कुर्सी पर कब्जे के इस प्रकरण में डॉ बीडी कल्ला भी हस्तक्षेप कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक कल्ला ने भी हरिराम को चार्ज सुपुर्द करने का निर्देश दिया मगर मंत्री कल्ला की एक ना चली। तो वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि हरिराम पर विधायक गोविंदराम मेघवाल का वरद हाथ है। सूत्रों के मुताबिक हरिराम का इस पद पर तबादला मेघवाल ने ही करवाया। मेघवाल के भाई की पुत्री की शादी हरिराम के पुत्र से हो रखी है। लेकिन पीबीएम में नियम और नेतागिरी की धार काम नहीं करती। यह मामला यहीं तक नहीं रुका। सूत्रों के अनुसार कार्यवाहक रहने के दौरान 31 जुलाई को हरिराम ने कुछ तबादले किए थे। इसमें से 25 तबादले अधीक्षक राजमा ने छुट्टी से लौटते ही कैंसल कर डाले। आरोप है कि इस प्रक्रिया में भी नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है। इस पूरे मामले में पीबीएम अधीक्षक मोहम्मद सलीम की शह भी बताई जा रही है।
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