20 October 2020 09:31 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अवैध रूप से भारत में रह रहे चार बांग्लादेशी नागरिकों को बीकानेर पुलिस ने दबोचा है। वहीं इनका सरगना फरार होने में कामयाब हो गया। दरअसल, कोटगेट पुलिस थाने में 10 अक्टूबर को इंद्रा कॉलोनी निवासी शाहबाज खान ने लिखित रिपोर्ट दी थी कि चार युवकों ने उसके साथ विदेशी मुद्रा के नाम पर दो लाख की ठगी कर ली। जिस पर थानाधिकारी डीवाईएसपी धरम पूनिया ने मुकदमा दर्ज कर उनि संजय सिंह को जांच सुपुर्द की। बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बीकानेर प्रहलाद सिंह कृष्णियां, एएसपी पवन कुमार मीणा व सीओ सिटी सुभाष शर्मा के निर्देशन व थानाधिकारी धरम पूनिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जिसमें उनि संजय सिंह, उनि सविता डाल, हैडकानि महावीर प्रताप सिंह, हैडकानि हरिराम, कानि ताराचंद व कानि जुबैर शामिल थे। वहीं दूसरी ओर दो-तीन दिन से जिला स्पेशल टीम प्रभारी डीवाईएसपी ईश्वर सिंह के नेतृत्व में एएसआई पर्वतसिंह मय कानि बिट्टू कुमार, कानि मुकेश, डीआर पूनम व साईबर सैल के कानि दिलीप सिंह की टीम इसी मामले में लगी हुई थी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इसमें दो मुल्जिम कोटगेट पुलिस ने व दो मुल्जिम डीएसटी ने दबोचे। हालांकि इस गिरोह का सरगन बच निकलने में कामयाब हो गया।
ये था पूरा मामला: शाहबाज खान अपने मित्र अनवर हुसैन की दुकान में बैठा था। जहां आरोपी 23 वर्षीय एस के सायपुन पुत्र शेख पांचू जाति शेख मुसलमान, 19 वर्षीय मोहम्मद इमरान पुत्र शहाबुद्दीन चिकलादार जाति सुन्नी मुसलमान, 30 वर्षीय सुहान खान पुत्र हारुन खान जाति मुसलमान व 39 वर्षीय मोहम्मद इलियास पुत्र मोहम्मद मुकसैद जाति सुन्नी मुसलमान सामान खरीदने आए। सामान के पैसे मांगने पर आरोपियों ने पैसे कम होने का बहाना बनाते हुए अनवर को विदेशी मुद्रा थमा दी। आरोपियों ने सुबह विदेशी मुद्रा वापिस लेने की बात कहते हुए और भी विदेशी मुद्रा होने की बात कही। इसके बाद अगले दिन बांद्रा कब्रिस्तान के पास आरोपियों ने अखबार लपेटी साबुन का थैला थमाकर परिवादी से दो लाख की ठगी कर ली।
बताया जा रहा है कि आरोपी 17 भारतीय रूपयों की कीमत वाली मुद्रा 5 रूपए में देने का लालच देकर नकली विदेशी मुद्रा थमा देते हैं। जानकारी के अनुसार आरोपियों ने बीकानेर में 25-30 लाख की ठगी की। जिनमें मिर्ची सेठ नाम का शख्स भी शिकार हुआ है। हालांकि अन्य कोई सामने नहीं आना चाहते।
चौंकाने वाली बात यह है कि चार में से तीन आरोपियों के पास कोई आईडी ही नहीं मिली है। वहीं एक के पास कलकत्ता की आईडी है। पुलिस को शक है कि आरोपी बांग्लादेशी या अन्य किसी देश के हैं तथा अवैध रूप से भारत में रहकर नकली विदेशी नोटों से धोखाधड़ी का काम कर रहे हैं। हालांकि चार में से दो ने दिल्ली का पता भी बताया है, लेकिन आईडी बताने में तीन असक्षम रहे। आरोपियों के पास से पुलिस को मलेशियाई मुद्रा भी मिली है।
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