19 September 2020 02:24 PM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पिछले आठ माह से मंदी झेल रहे देश के लिए आईपीएल 'डूबते को तिनके का सहारा' बन सकता है। शनिवार शाम को आईपीएल का पहला मैच होगा। अब्बूधाबी में चेन्नई सुपरकिंग्स व मुंबई इंडियंस के बीच होने वाले इस मुकाबले को लेकर इसलिए भी उत्साह है कि वनडे से संन्यास लेने के बाद धोनी पहला आईपीएल खेलेंगे। माना जा रहा है कि धोनी का खेल क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित करेगा। तो वहीं सट्टा जगत भी तैयारी में है। जानकारों की माने तो लंबे समय बाद आज भरपूर खाई-वाली होगी। क्रिकेट सट्टे का यह कारोबार भले ही अवैध हो मगर देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाले जाम पैसे को यह बाहर निकालेगा। बता दें कि रुका हुआ पैसा किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक होता है। सट्टे की वजह से पैसे का फ्लो बढ़ेगा, इसी की बदौलत बाजारों में रौनक लौटेगी। कहा जाता है कि सट्टे में कमाया पैसा उड़ाया बहुत जाता है, सट्टा जगत की यह प्रचलित बात भी बाजारों में रौनक लौटने के अनुमान को पुष्ट करती है। बता दें कि सट्टे के कारोबार से 14 साल के बालकों से लेकर 80 साल के बुजुर्ग भी जुड़े हुए हैं। 100 रूपए से शुरू होने दांव का यह खेल करोड़ों-अरबों तक के दांव दिखाता है।
इन बाजारों में होगी हलचल-
सट्टे से लिक्विड होने वाले जाम पैसे का असर वैसे तो कहीं ना कहीं हर तरह के बाजारों पर होता है। लेकिन इस बार मोटे तौर पर कपड़ा, फूड, रेस्टोरेंट, मोबाइल, टू व्हीलर एंड फोर व्हीलर व प्रोपर्टी बाजार में हलचल होने की उम्मीद है। हालांकि कोरोना की वजह से टूरिज्म में रुझान कम रहेगा, जो होटल व्यवसाय सहित इससे जुड़े बाजारों को उतनी गति नहीं दे पाएगा। सट्टे से फ्लो हुए पैसे का सबसे बड़ा फायदा कपड़ा, जूता व फैशन से जुड़े व्यवसाय को होगा। पिछले आठ माह में यह बाजार सबसे अधिक प्रभावित हुआ, वजह पैसों की कमी के कारण लोगों ने एडजस्ट किया। लेकिन अब पैसा आने से खरीददारी होगी। ऐसे में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को राहत मिल सकती है।
वहीं टू व्हीलर व फोर व्हीलर की खरीददारी बढ़ सकती है। इसके अलावा नये नये मोबाइल रखने के शौकीन अब अपना शौक पूरा करेंगे। एक अनुमान के अनुसार पिछले आठ में ऐसे अधिकतर शौकीन मोबाइल ही नहीं बदल पाए। इसके अलावा प्रोपर्टी बाजार में भारी हलचल पैदा हो सकती है। इसकी दो वजहें हैं। सट्टे में होने वाला घाटा चुकाने का बड़ा विकल्प प्रोपर्टी माना जाता है, ऐसे में कम रेट में प्रोपर्टी के सौदे होने के आसार बन सकते हैं, वहीं जो बड़ा पैसा कमाएंगे, वे लोग प्रोपर्टी में इन्वेस्ट करेंगे। दोनों ही लिहाज के प्रोपर्टी बाज़ार में हलचल बढ़ सकती है। वहीं फूड रेस्टोरेंट के बाजार में हल्का सुधार होगा। इस बाजार में बहुत अधिक सुधार नहीं होगा। वजह, ये खाने पीने लोग पहले जैसे ही खर्च कर रहे हैं, बस बाज़ार खुले होने चाहिए। वहीं कोरोना के खतरे को देखते हुए पार्टीबाजी की आंकड़ा अभी नहीं बढ़ेगा। मोटे तौर पर जीडीपी दर में इजाफा होने की पूरी उम्मीद है।
RELATED ARTICLES