01 October 2022 09:04 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का छठा दिवस अनुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। अणुव्रत समिति गंगाशहर द्वारा तेरापंथ भवन में आयोजित यह कार्यक्रम मुनि श्री शांति कुमार जी व मुनि श्री जितेन्द्र कुमार जी के सानिध्य में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली थे। वहीं विद्या निकेतन की प्रिंसिपल अनुराधा जैन भी कार्यक्रम में बतौर वक्ता शामिल हुई।
प्रभारी अनुपम सेठिया ने बताया कि मुनिश्री द्वारा मंगल मंत्रोच्चार कर कार्यक्रम की मंगल शुरूआत की गई। सहमंत्री मनोज छाजेड़ ने मंगलाचरण किया। मनीष बाफना ने विषय प्रवेश हेतु वक्तव्य दिया। वहीं अनुराधा जैन अनुशासन पर अपने विचार रखे।
मंत्री भंवरलाल सेठिया ने बताया कि मुनि श्री शांति कुमार जी ने समस्याओं के समाधान व जीवन विकास के सूत्र बताए। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब हम अनुशासन का पालन करें।
मुनि श्री जितेन्द्र कुमार जी ने कहा कि गुरूदेव तुलसी ने निज पर शासन फिर अनुशासन का घोष दिया। वे कहते थे कि व्यक्ति अपनी दिनचर्या अपनाएं तथा संकल्पबद्ध होकर चले, तभी वह प्रेरक बन सकता है।
मुख्य वक्ता चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने कहा कि अनुशासन एक युद्ध है जो अपने ही विरुद्ध है। इस युद्ध में विजय का रास्ता केवल आत्मसंयम है।
प्रभारी मनीष बाफना ने बताया कि कार्यक्रम में भाविनी संचेती ने अनुशासन विषय पर गीतिका प्रस्तुत की। शांति प्रतिष्ठान महामंत्री हंसराज डागा, सभाध्यक्ष अमर चंद सोनी, राज्य प्रभारी प्रकाश भंसाली व राजेंद्र बोथरा ने मुख्य वक्ता डॉ चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली का स्वागत अभिनन्दन किया।
वहीं प्राचार्य अनुराधा जैन का स्वागत अभिनन्दन महिला प्रकोष्ठ की रेणु बाफना, संतोष बोथरा व अनुपम सेठिया ने किया। आभार अध्यक्ष राजेंद्र बोथरा ने जताया। कार्यक्रम में तेरापंथ भवन के ट्रस्टी जतन लाल दूगड़, जीवराज सामसुखा सहित गणमान्य समाज जन उपस्थित रहे। संचालन अनुपम सेठिया ने किया।
कार्यक्रम के सफल प्रबंधन में मनोज सेठिया, करणीदान रांका, दीपक आंचलिया, मांगीलाल बोथरा व कुशल बाफना का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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