05 November 2020 01:35 PM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम के करीब सौ कंप्यूटर ऑपरेटरों की दीपावली इस बार फीकी होने के कगार पर है। लेकिन प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। नियमों का उल्लघंन करने वाले ठेकेदारों पर भी प्रशासन मेहरबान है। सात दिन बाद त्योंहार है और इन ऑपरेटरों के पास एक पैसा तक नहीं है। इन कर्मचारियों की पांच माह की सैलरी हर वक्त बकाया रहती है। जून से अक्टूबर तक इन कर्मचारियों ने काम तो किया लेकिन इनको सैलरी नहीं मिली। करीब पांच हजार रूपए मासिक पाने वाले इन कर्मचारियों के पास कुछ नहीं बचता, ऐसे में ये कर्ज के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। आर के मानव संस्थान व राजू सलीम की ठेकेदार फर्मों के अंतर्गत आने वाले पीबीएम के इन कर्मचारियों की पांच माह की सैलरी हमेशा बकाया ही रहती है। बकाया का यह खेल लंबे समय से चला आ रहा है। दबाव बनाने पर हाल ही में आर के मानव संस्थान ने अपने कार्मिकों को एक माह की सैलरी चुकाई। इसके बावजूद पांच माह की सैलरी बकाया है, वहीं छठा महीना भी शुरू हो चुका है। नौकरी से निकाले जाने के भय से कर्मचारी मुखर नहीं होना चाहते। वहीं प्रशासन की तरफ से भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। हालांकि लंबे समय से अल्पवेतन भोगियों की यह गंभीर समस्या प्रशासन तक पहुंचाई जा रही है। लेकिन मामला संज्ञान में होने के बावजूद प्रशासन इस मामले पर गंभीर नहीं है। मामला कलेक्टर नमित मेहता के संज्ञान में भी लाया गया। हालांकि मेहता ने समाधान का आश्वासन दिया है।
सूत्रों के मुताबिक आर के मानव संस्थान सिर्फ सैलरी ही नहीं रोकता बल्कि पीएफ के हिसाब के मामले में भी गड़बड़झाला करता रहा है। हालांकि पीएफ के गड़बड़झाले पर एक बार एडीएम प्रशासन ए एच गौरी ने जांच की, जिसमें आर के मानव संस्थान डिफॉल्टर पाया गया। लेकिन इसके बावजूद पीएफ के गड़बड़झाले का खेल जारी है। सूत्रों के मुताबिक प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाए तो बड़ा गड़बड़झाला उजागर होगा। वहीं राजू सलीम पर पांच माह की सैलरी बकाया रखने का ही आरोप है। अब देखना यह है कि कलेक्टर इस मामले में कितनी कार्रवाई कर पाते हैं। हालांकि सूत्रों का दावा है कि आर के मानव संस्थान सहित कर्मचारियों का शोषण करने वाले इन कर्मचारियों का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
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