20 December 2020 05:32 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। वृद्ध दंपति से प्राइवेट कंपनी द्वारा लाखों के गबन का मामला सामने आया है। मामला पूगल थाना क्षेत्र का है। पूगल निवासी 75 आनंदी देवी खत्री ने आरोप लगाया है कि एस के फिनकॉर्प लिमिटेड फाइनेंस कंपनी ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। दरअसल, आनंदी देवी के पति स्वर्गीय शिवरतन खत्री ने फरवरी 2019 में महिंद्रा एंड महिंद्रा का चौपहिया वाहन खरीदा था। 6 लाख 95 हजार कीमत के इस वाहन को एस के फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस करवाया गया। कंपनी ने 27094 रूपए की 30 किश्तें बनाई। शिवरतन ने निर्धारित लगातार किश्तें भरी तथा किश्तों के अतिरिक्त राशि भी जमा करवाता रहा। इस तरह मई 2020 तक 18 बार में सारा भुगतान कर दिया गया।
इसके बाद अगस्त में शिवरतन की मृत्यु हो गई। शिवरतन के के संतान नहीं है। ऐसे में पीछे उनकी पत्नी आनंदी देवी अकेली रह गईं। अब गाड़ी को कोई संभालने वाला नहीं रहा। ऐसे में वृद्धा ने गाड़ी बेचने का मन बना लिया और कंपनी से गाड़ी की एन ओ सी लेने गई। एन ओ सी लेने गई वृद्धा को कंपनी ने बड़ा झटका देते हुए चार लाख रूपए ऋण बकाया बताया। कंपनी के अनुसार उन्हें अभी तक केवल 412000 रूपए ही प्राप्त हुए। जिस पर वृद्धा ने अठारह रसीदें दिखा दी, जिनके अनुसार भुगतान शत प्रतिशत हो चुका है। अब कंपनी बहानेबाजी पर उतर आई है। वृद्धा के अनुसार कंपनी ने चक्कर कटवाने के बाद अब कहा है कि कैशियर ने पूरे पैसे जमा नहीं करवाए। जबकि सभी अठारह रसीदें प्रिंटेड है तथा कंपनी की मुहर भी लगी है।
वृद्धा के अधिवक्ता अनिल सोनी ने बताया कि एक 75 वर्षीय वृद्धा के साथ इस तरह का फ्रॉड बेहद गंभीर है। पीड़ित पक्ष ने पैसे कंपनी के कैश काउंटर पर जमा करवाए। ऐसे में कंपनी की जिम्मेदारी बनती है। सोनी ने कहा कि उनके पक्षकार के पास सभी रसीदें उपलब्ध है। इसलिए पूगल थाने में मुकदमा दर्ज करवाने हेतु परिवाद दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि चार दिवस पूर्व भी थाने में मामले की लिखित शिकायत की गई थी।
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