03 December 2020 09:25 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम की केंद्रीय प्रयोगशाला में जाना खतरनाक हो सकता है। 24 घंटे संचालित होने वाली इस प्रयोगशाला में रोज बड़ी संख्या में मरीज़ व मरीज़ परिजन विभिन्न जांचों के लिए पहुंचते हैं। लेकिन इस प्रयोगशाला में आने जाने की गैलरी इतनी खराब स्थिति में है कि कभी भी कोई गिर-पड़ सकता है। ऐसे में हाथ पैर टूटने का रिस्क यहां हर वक्त बना रहता है। इतना ही नहीं रात्रि के समय यह खतरा और अधिक हो जाता है, वजह यहां रोशनी कम रहती है। ऐसे में कमजोर दृष्टि वालों के लिए समस्या अधिक हो जाती है।ख़बरमंडी न्यूज़ के पास इस प्रयोगशाला की गैलरी का वीडियो है, यह वीडियो देखकर आप समझ सकते हैं कि कैसे संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में मरीज व उनके परिजन असुरक्षित हैं।
कहने को यह समस्या छोटी हो सकती है लेकिन वास्तविकता बड़ी है। यहां आने जाने वालों में कम उम्र के बालकों से लेकर बुजुर्गों तक सभी शामिल है। ऐसे में यहां के ऊबड़ खाबड़ फर्श पर कोई बुजुर्ग गिरे तो लंबे समय तक खाट पकड़नी पड़ सकती है। हालांकि यह समस्या आज की नहीं बल्कि लंबे समय से चली आ रही समस्या है। लेकिन समाधान जीरो है। वर्तमान पीबीएम अधीक्षक डॉ परमेंद्र सिरोही की ज्वॉइनिंग के बाद भी यह मामला उजागर किया गया, लेकिन दायित्व निर्वहन नहीं किया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि कब तक पीबीएम एक कर्मठ अधीक्षक को तरसता रहेगा। अब देखना यह है कि अधीक्षक इस समस्या पर संज्ञान लेते हैं या अनदेखी करते हुए समय निकालते रहते हैं। आपको इस गंभीर समस्या का वीडियो जरूर देखना चाहिए, देखें वीडियो
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