01 November 2021 02:18 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर पुलिस की डीएसटी ने 28 माह से फरार राज्य के टॉप 25 वांछितों में शुमार हार्डकोर अपराधी हरिया को दबोच लिया है। पलाना निवासी हरिराम उर्फ हरिया जाट पुत्र अमराराम कड़वासरा 17 जुलाई को नोखा के पारवा में हुए जितेंद्र सिंह हत्याकांड में आरोपी है। वह हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहा था। क्राइम ब्रांच राजस्थान के अतिरिक्त महानिदेशक ने प्रदेश के टॉप 25 मुल्जिमों की सूची जारी की थी, जिसमें हरिया का नाम शामिल है। हाल ही में हरिया के बीकानेर में होने की सूचना मिली थी। जिस पर डीएसटी टीम को हरिया को पकड़ने के लिए पीछे लगाया गया। डीएसटी सदस्यों ने हुलिया बदलकर लगातार 3-4 दिनों तक हरिया की तलाश की। पूछताछ में सामने आया कि हरिया किसी खेत में फर्जी आईडी के साथ छिपा है। उसे पकड़ने गए तो वह भाग छूटा। डीएसटी टीम ने तीन किलोमीटर तक पीछा करके हरिया को दबोच लिया। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।
कहां छिपा था- हरिया ने 28 माह की फरारी गुजरात, दिल्ली, गुड़गांव, हिमाचल, हरियाणा, जोधपुर, जयपुर, सीकर में निकाली। इसके अतिरिक्त बीकानेर के गांवों में स्थित जंगलों में भी रहता। बीकानेर में वह अपनी बोलेरो के अंदर ही जंगलों में जाकर रहता। जोहड़ बीड़ के जंगलों में भी वह छिपा था। पुलिस उसके बाहर आने का इंतजार करती रही। आखिरकार खेत में होने की सूचना मिली तो दबोच लिया गया। पुलिस के अनुसार हरिया ट्रक चालक बनकर काम निकाल रहा था। वह कभी किसी स्थान पर 4-5 दिन से अधिक नहीं रहा। वह हुलिया बदलकर व फर्जी आईडी के साथ रहता था।
आखिर कौन है हरिया ???--- पलाना निवासी हरिराम उर्फ हरिया कड़वासरा पिछले 28 साल से अपराध के दलदल में उतरा हुआ है। वह हार्डकोर अपराधियों की गिनती में आता है तथा हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ पहला मुकदमा 1994 में गंगाशहर थाने में दर्ज हुआ। इसके बाद से अब तक तीन जिलों में हत्या, लूट, डकैती, जानलेवा हमला, मारपीट, आर्म्स एक्ट आदि के कुल 27 मुकदमें दर्ज हुए। बीकानेर, चुरू व जोधपुर के 14 थानों में दर्ज इन 27 मुकदमों में से सबसे अधिक मुकदमें गंगाशहर, देशनोक व कोटगेट थाने में दर्ज हैं। इनमें दो मुकदमें चुरू व एक जोधपुर का है।हरिया के खिलाफ गंगाशहर में 4, देशनोक में 4, कोटगेट में 5, नोखा में 3, श्रीडूंगरगढ़ में 2, बीकानेर जीआरपी में 1, सरदारशहर, लोहावट जोधपुर, सदर बीकानेर, बीछवाल, बीदासर, जसरासर, महिला थाना बीकानेर व नयाशहर में एक-एक मुकदमा दर्ज हुआ। इनमें से तीन मामलों में सजा हो चुकी है। वहीं 6 मामलों में राजीनामा, 2 में दोषमुक्त हुआ तथा 16 में ट्रायल चल रहा है। एक मामले में संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त किया गया।
क्या था मामला: 17 जुलाई 2020 को नोखा के पारवा में जितेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक के भाई राजेंद्र सिंह पुत्र बजरंग सिंह राजपूत ने अपने पर्चा बयान में कहा था कि वह घर पर था। उसका भाई जितेंद्र सिंह बोलेरो लेकर हाइवे होटल की तरफ गया था। तभी गांव की तरफ से फायरिंग की आवाज आई। उसने जाकर देखा तो पारवा सरपंच का पति कुंदन रामावत, हरिराम उर्फ हरिया व बजरंग अपने साथियों के साथ मिलकर जितेंद्र को मार रहे थे। उनके पास लाठी, बरछी सहित अन्य हथियार थे। वह भाई को बचाने गया तो उसके साथ भी मारपीट की। हरिया इस मामले का मुख्य आरोपी है।
इस पुलिस टीम की रही भूमिका: एसपी योगेश यादव के निर्देशन, एएसपी शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया व एएसपी ग्रामीण सुनील कुमार के निकट सुपरविजन, सीओ नेमसिंह चौहान, डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां व देशनोक थानाधिकारी संजय सिंह के नेतृत्व में एएसआई रणजीत सिंह, एएसआई रामकरण सिंह, हैड कांस्टेबल कानदान, साईबर सैल दीपक यादव, सत्तार खान, कांस्टेबल लखविंद्र सिंह, वासुदेव, दिलीप सिंह साईबर सैल, संदीप, सुनील, तेजाराम, श्याम सुन्दर व पूनमचंद की टीम ने यह कार्रवाई की।
ये रहे मिशन के हीरो: हरिया को गिरफ्तार करने में हैड कांस्टेबल साईबर सैल दीपक यादव, हैड कांस्टेबल कानदान सांदू व कांस्टेबल सवाई सिंह की विशेष भूमिका रही।
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