05 September 2022 06:52 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) बीकानेर की जयपुर रोड़ अब अवैध व अनैतिक कामों का बड़ा ठिकाना बनती जा रही है। व्यास कॉलोनी से शुरू होकर जयपुर-जोधपुर बायपास तक अय्याशी के अड्डे फलफूल रहे हैं। छोटे छोटे रेस्टोरेंट्स व होटलों से लेकर बड़े होटल व रिसोर्ट तक अनैतिक कामों को बढ़ावा दे रहे हैं। हालांकि रोमांस के केबिन तो व्यास कॉलोनी के अंदर भी कम नहीं है मगर जयपुर रोड़ तो कमरे उपलब्ध करवाने में अग्रणी है।
हमारी तहकीकात में सामने आया है कि इन अड्डों पर न सिर्फ प्रेमी जोड़ों को रंगरेलियां मनाने के लिए कमरे उपलब्ध करवाए जाते हैं, बल्कि रंगीन मिजाज के युवकों व पुरुषों के लिए यहां कॉल गर्ल्स भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
पता चला है कि इस रोड़ पर पूल पार्टियों के नाम पर अय्याशी व नशे की सुविधा भी दी जा रही है। कुछ दिन पहले हुई एक पूल पार्टी में अवैध शराब के साथ खतरनाक एमडीएमए (एमडी) नशे की भी सप्लाई की गई। इन ठिकानों पर अवैध शराब, गांजा, अफीम, एमडी सहित विभिन्न नशे आसानी से मिल जाते हैं। झोंपड़ी वाले रेस्टोरेंट व रिसोर्ट स्कूली छात्र छात्राओं के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं। सस्ती दरों पर उपलब्ध झोंपड़ी वाले कमरों में अधिकतर स्कूल व कॉलेज में पढ़ रहे जोड़े रंगरेलियां मनाने जाते हैं। एक झोंपड़ी वाला रिसोर्ट तो लंबे अरसे से युवाओं को यह सुविधा दे रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले कई सालों में हुए कई अपराधों से भी इन ठिकानों का नाता रहा है। इन्हीं ठिकानों में हुई अय्याशी दुष्कर्म के मामलों में तब्दील हुई है। कुछ समय पहले इसी रोड़ के एक होटल में दिल्ली से बुलाई गई कॉल गर्ल ने पैसे की बात को लेकर अपने ग्राहकों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था। कुछ समय पहले अवैध संबंधों के चलते हुए एक मर्डर का संबंध भी इस रोड़ के एक रिसोर्ट से बताया जाता है। सूत्रों के मुताबिक यहीं पर अवैध जोड़े का मिलना जुलना होता था।
तहकीकात में इस हाइवे व बायपास के आसपास हमें अय्याशी, नशे व जुए के आठ बड़े ठिकाने मिले। इन ठिकानों में शहर के बड़े सटोरियों ने भी अपना डेरा जमा रखा है। बीकानेर का सबसे बड़ा सटोरिया तो लंबे समय से हाइवे के कुछ रिसोर्ट्स में अवैध कारोबार चला रहा है। यह वही सटोरिया है जिसकी लगभग हर अवैध धंधे व अपराधी से जुगलबंदी रहती है। यह क्रिकेट सट्टा करवाने के साथ साथ अन्य अवैध काम करने से भी नहीं चूकता है। सूत्रों के मुताबिक इसके अपने ठिकाने में लंबे समय से अय्याशी व जुए का खेल चल रहा है।
सवाल यह है कि खुल्लमखुल्ला अवैध नशा, अय्याशी व सट्टे के लिए स्थान उपलब्ध करवाने वाले इन होटलों व रिसोर्ट्स पर कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं होती? जबकि इस तरह के कामों में रूचि रखने वाले हर व्यक्ति को इन ठिकानों की जानकारी है। तो पुलिस से भी यह सब छिपा होने की संभावना कम लगती है।
इनमें कुछ ठिकाने तो ऐसे भी हैं जहां कमरा देने से पहले लड़के लड़कियों की आईडी भी नहीं ली जाती। तो कुछ होटलों में अवैध शराब की बिक्री भी की जाती है।
विभिन्न रेस्टोरेंट, होटल, रिसोर्ट व ढ़ाणी के नाम से चर्चित इन अय्याशी के अड्डों पर अगर पुलिस लगातार नजर रखे तो इनका काला चेहरा उजागर हो सकता है। अब देखना यह है कि इन ठिकानों पर चल रहे अनैतिक काम बंद होते हैं या गंदगी का खेल खुल्लमखुल्ला चलता रहता है। बहरहाल, कई सालों से पनप रहे इन ठिकानों पर ख़बरमंडी न्यूज़ की नज़र अब लगातार रहेगी। बता दें कि इन ठिकानों पर रंगरेलियां मनाने वाले सैकड़ों युवा बर्बाद हो चुके हैं।
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