23 October 2024 09:11 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। राजनीति से नीति हटती है और धर्म में जब राजनीति होती है, तब अधर्म प्रदूषण होता है। ऐसा ही कुछ हाल इन दिनों बीकानेर जयपुर रोड़ स्थित खाटू श्याम मंदिर के ट्रस्ट में हो रहा है। पिछले दिनों ट्रस्ट के एक ट्रस्टी द्वारा ट्रस्ट को कठघरे में खड़ा किया गया। ख़बरें भी आईं, अफवाहें भी फैली। आरोप लगे कि अध्यक्ष के के शर्मा सहित ट्रस्टियों ने करोड़ों के चंदे की रसीदें जलाकर करोड़ों का गबन कर लिया। इतना ही और भी बातें उड़ाई गई। इस पूरे प्रकरण से भक्तों का मन खिन्न था तो सेवा भाव से मंदिर के लिए जीवन खपाने वाले ट्रस्टियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग गई।
दूध का दूध और पानी का पानी तब हुआ जब मंगलवार को ट्रस्ट मंडल ने रिद्धि सिद्धि भवन में प्रेस वार्ता कर सबूतों सहित आरोपों का खंडन किया। इस दौरान अध्यक्ष के के शर्मा रो पड़े, कुछ पत्रकारों ने कहा कि सबूत ही नहीं आंसू भी कहते हैं, इनके साथ ग़लत हो रहा है।
ये थे आरोप: ट्रस्ट के आठ सदस्यों में शामिल रहे एक निष्कासित सदस्य सुरेश भसीन ने आरोप ने आरोप लगाया कि के के शर्मा आदि ट्रस्टियों ने चंदे की रसीदें जलाकर करोड़ों का गबन कर लिया। दूसरा आरोप महासचिव सुरेश भसीन के निष्कासन से जुड़ा था। कहा कि उनका निष्कासन करने वाले कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष मित्तल खुद ही कार्यमुक्त किए जा चुके थे, फिर उन्होंने निष्कासन कैसे किया ?
-ट्रस्ट ने खोली परतें तो सामने आई छुपी हुई बातें:- गबन के आरोप को ट्रस्टियों ने सिरे से खारिज किया। कहा कि रसीदें जलाने का उद्देश्य गबन नहीं बल्कि अनुपयोगी वस्तु निस्तारण था। रसीदें अनुपयोगी होकर कबाड़ बनी थी, जिन्हें सही प्रक्रिया के तहत जलाकर निस्तारित किया गया और फिर निस्तारण प्रक्रिया में ट्रस्ट मंडल शामिल रहा। सबूत के तौर पर पत्र भी दिखाया।
ट्रस्टियों ने खाते व बैलेंस शीट की कॉपियां तक प्रदर्शित की। कहा कि भविष्य में जिसे भी हिसाब देखना हो आ जाए, आना पाई सहित हिसाब दिखा दिया जाएगा।
वहीं सुभाष मित्तल के कार्यमुक्त होने का आरोप भी सफेद झूठ निकला। वार्ता में सात में से 6 ट्रस्टी मौजूद थे। एक ट्रस्टी आउट ऑफ स्टेशन थे। अध्यक्ष के के शर्मा भी मौजूद थे तो कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष मित्तल भी मौजूद थे। के के शर्मा व समस्त ट्रस्टियों ने कार्यकारी अध्यक्ष को कार्यमुक्त किए जाने का आरोप सिरे से खारिज किया।
महासचिव दबा रहे थे पूरे ट्रस्ट मंडल को: ट्रस्टियों ने आरोप लगाया कि सुरेश भसीन वर्षों से पूरे ट्रस्ट मंडल को दबाते आ रहे हैं। वे अपने नियम खुद बनाते हैं। अध्यक्ष को कुछ नहीं मानते। यहां तक कि सुरेश भसीन ट्रस्ट से अनुमोदन कराए बिना ही पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं को साधारण सदस्य बना दिया। इन अवैध सदस्यों की मीटिंग ली।
इनसे सांठगांठ करके पार्टी विशेष की छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया। कहा कि पार्टी के आलाकमान को भी शिकायत की जाएगी।
-पूर्व अध्यक्ष डागा के नेतृत्व में भाजपा नेताओं से मुलाकात: के के शर्मा ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष नवरत्न डागा सहित पुखराज सोनी, विनोद गोयल व सुभाष चंद गोयल को ट्रस्ट में शामिल किया गया है। यह प्रक्रिया 18 को ही कर ली गई थी। डागा के साथ ट्रस्ट का प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ भाजपा नेता गोपाल गहलोत व सुरेंद्र सिंह शेखावत से मिला। आरोपों को झूठा बताते हुए सबूत दिखाए। गोपाल गहलोत ने कहा कि खाटू श्याम बाबा के मंदिर में राजनीति नहीं होने देंगे। एक ट्रस्टी के आरोप लगाने से सारा ट्रस्ट ही झूठा नहीं हो जाता। मंदिर की मान मर्यादा की रक्षा करेंगे। सुरेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूरी तरह साथ रहेंगे। किसी तरह से ग़लत नहीं होने देंगे।
नवरत्न डागा ने बताया कि मंदिर के विकास में बाधा नहीं आने देंगे। ट्रस्ट मंडल एकजुट है। अध्यक्ष के के शर्मा व कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष मित्तल सहित सभी ट्रस्टी सेवा भाव से कार्य कर रहे हैं।
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