23 October 2021 06:36 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। रीट परीक्षा के नकल गिरोह के बाद अब गंगाशहर पुलिस व डीएसटी ने मिलकर पटवार भर्ती परीक्षा-2021 में नकल करवाने की तैयारी कर बैठे गिरोह को दबोच लिया है। पटवारी परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह के सदस्य आदर्श विद्या मंदिर स्कूल के पीछे, गंगाशहर निवासी राजाराम विश्नोई पुत्र हजारीराम विश्नोई व परीक्षार्थी जैतासर सुजानगढ़ चुरू निवासी उम्मेदाराम पुत्र नौलाराम को गिरफ्तार किया गया है, वहीं सुदर्शना नगर निवासी पौरव कालेर पुत्र ओमप्रकाश कालेर तथा मूंडसर नापासर निवासी बाबूलाल पुत्र गिरधारीलाल मूंड को नामजद किया गया है। आरोपियों से 21 डिवाइस सिम, 32 मोबाइल फोन बॉक्स अटैची, बैटरी, 4 मक्खी, चिमटी, एक एचएमडीटी मशीन सहित अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार 23-24 अक्टूबर को होने वाली पटवार भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह के सक्रिय होने की संभावनाएं थीं। इस पुलिस पहले से अलर्ट थी। इनपुट मिलते ही गंगाशहर पुलिस व डीएसटी एक्शन में आई। शुक्रवार देर रात राजाराम व परीक्षार्थी उम्मेदाराम को दबोचा लिया गया। पौरव कालेर के निवास पर भी दबिश दी, मगर वह एक घंटे पहले ही वहां से फरार हो चुका था। हालांकि परीक्षा शुरू होने की पूर्व रात्रि ही गिरोह की प्लानिंग पर पुलिस ने पानी फेर दिया, ऐसे में नकल रोक ली गई।
राजाराम से पूछताछ में सामने आया है कि पौरव कालेर उसका सरगना है। बाबूलाल उसके व पौरव के बीच की कड़ी है। राजाराम नकल करवाने के बदले एक परीक्षार्थी से 5-7 लाख लेता । जिसमें एक लाख रूपए वह खुद रखता तथा बाकी रकम पौरव को देता। इस राशि में कुछ एडवांस व बाकी चैक लिए जाते हैं। बाबूलाल की भूमिका इसमें परीक्षार्थी चिन्हित करने आदि की बताई जा रही है। राजाराम नकल करवाने संबंधी प्रशिक्षण कालेर से ही प्राप्त करता है। सौदे तय होने के बाद परीक्षा से एक दो दिन पहले परीक्षार्थियों को डिवाइस व नकल के तरीकों की ट्रेनिंग दी जाती है।
हाल ही में नकल की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने एचएमडीटी मशीन से परीक्षार्थियों को चैक करने का आदेश जारी किया था। इस मशीन को चकमा देने के लिए आरोपियों द्वारा मशीन की क्षमता भी जांची जा रही थी। आरोपी ऐसा कुछ करने की कोशिश में थे जिससे उनके डिवाइस मशीन की पकड़ से बाहर रहे। ब्लूटूथ व मक्खी को इस तरह सैट किया जाता है कि किसी को शक भी ना हो सके।
पूछताछ में सामने आया है कि इस पूरे डिवाइस को बहुत ही बारीकी से तैयार किया जाता है। डिवाइस को अंडर गारमेंट्स में छुपाकर परीक्षा स्थल पर जाया जाता है।
कौन है पौरव कालेर: पुलिस के अनुसार पौरव कालेर रीट परीक्षा से जुड़े नकल गिरोह के सरगना तुलछाराम कालेर का भतीजा है। पौरव कालेर इस तरह की गतिविधियों में लंबे समय से शामिल है। उसके खिलाफ 2014 में जेएनवीसी थाने में मुकदमा हो रखा है। पुलिस के अनुसार पौरव ने तुलछाराम से ही ट्रेनिंग ली है। पुलिस का मानना है कि पटवार परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड तुलछाराम ही होगा। वहीं राजाराम से पौरव की पुरानी दोस्ती बताई जा रही है। पुलिस अब तुलछाराम व पौरव दोनों की तलाश में लगी है। बता दें कि रीट परीक्षा में नकल करवाने के मंसूबों पर पानी फिरने के बाद फरार चल रहे कालेर ग्रुप ने पटवार परीक्षा में नकल करवाने की ठानकर पुलिस को चुनौती दे दी। बीकानेर पुलिस ने परीक्षा से पूर्व ही बदमाशों का गेम चौपट कर दिया। अनुमान है कि आरोपियों ने एक करोड़ से ऊपर की सौदेबाजी की होगी।
उल्लेखनीय है कि आईजी प्रफुल्ल कुमार व एसपी योगेश यादव के निर्देशन व एएसपी शैलेन्द्र इंदोलिया व सीओ पवन भदौरिया के सुपरविजन में थानाधिकारी राणीदान चारण, बीछवाल मनोज शर्मा, डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां के नेतृत्व में मुल्जिमों की धरपकड़ करने वाली टीम में उनि राकेश स्वामी, जेएनवीसी उनि मनोज यादव, एएसआई ओमप्रकाश, एएसआई रामकरण सिंह, हैड कांस्टेबल कानदान सांदू, हैड कांस्टेबल साईबर सैल दीपक यादव, हैड अब्दुल सत्तार, कांस्टेबल सवाई सिंह, योगेन्द्र, दलीप सिंह, लखविंद्र, रामनिवास, राजाराम भांभू, किसनलाल, आशाराम, राकेश व पूनमचंद शामिल थे।
राज्य की इस बड़ी कार्रवाई में थानाधिकारी राणीदान चारण व साईबर सैल हैड कांस्टेबल दीपक यादव की विशेष भूमिका रही।
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