01 May 2021 03:06 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पिछले कुछ दिनों से बीकानेर पुलिस के खिलाफ आमजन की नाराज़गी बढ़ती जा रही है। नाराजगी की वजह, कोरोना काल में मंदी की मार झेल रहे आमजन के भारी भरकम चालान करना है। पुलिस सामान्य चालान की बजाय वाहन सीज कर रही है। शिकायत यहां तक है कि अनुमत श्रेणी के नागरिकों के वाहन भी यह कहकर सीज किए जा रहे हैं कि एसपी के आदेश हैं। टारगेट पूरे करने की इस होड़ में आमजन को परेशान किया जा रहा है। हाल ही में बीकानेर कोर्ट के कुछ अधिवक्ताओं के साथ भी इसी तरह की कार्रवाई पुलिस ने की। अपनी प्रसूता पत्नी को अस्पताल ले जा रहे अधिवक्ता की बाइक सीज कर ली गई। अपनी व्यक्तिगत बाइक पर अकेले जा रहे अधिवक्ता का सोशल डिस्टेंसिंग का चालान कर दिया गया। बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष एडवोकेट कमल नारायण पुरोहित के अनुसार अधिवक्ताओं को कार्ड दिखाने के बाद भी बख्शा नहीं जा रहा। यहां तक कि दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है। पुरोहित के अनुसार रोकने पर पुलिस कहती है कि एसपी के आदेश है, टारगेट पूरे करने है। पुरोहित ने एसपी को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। अधिवक्ताओं को चालान के नाम पर परेशान ना करने की मांग की गई है। पत्र में लिखा गया है कि किए गए चालान व सीज की कार्रवाई नियमों के खिलाफ है। इसके अलावा और भी शिकायतें बार एसोसिएशन को मिली है।
उल्लेखनीय है कि अधिवक्ता ही नहीं अन्य अनुमत श्रेणियों के साथ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में एक मेडिकल स्टोर के कर्मचारी को टारगेट पूरे करने के नाम पर 100 रूपए के चालान के लिए राजी किया और देखते ही देखते बाइक सीज कर दी। उसके बाद अगले दिन 1700 रूपए भरकर उसने बाइक छुड़वाई। आमजन के हालात तो यह है कि 5-7 हजार महीना कमाने वाले नागरिकों को सीज की कार्रवाई के बाद 1500 से 3000 तक का जुर्माना भुगतना पड़ रहा है। पुलिस विभाग को इस समय आमजन की तकलीफों को समझते हुए ऐसी कार्रवाईयों से बचना चाहिए। हालांकि कोरोना काल में मास्क के चालान उचित कहे जा सकते हैं, अगर वह नियमानुसार हो। बार एसोसिएशन ने पत्र की प्रतिलिपि आईजी बीकानेर, अध्यक्ष बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया व बार कॉउंसिल ऑफ राजस्थान, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव, शासन सचिव, संभागीय आयुक्त बीकानेर, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बीकानेर व जिला कलेक्टर बीकानेर को भी भेजी है।
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