18 January 2021 10:11 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मुकाम के गुरू जंभेश्वर मंदिर में चोरी करने वाली गैंग को आरपीएस प्रेम कुमार की टीम ने दबोच लिया है। पकड़े गए तीनों चोर बेहद शातिर अपराधी बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार खींवसर निवासी महेंद्र उर्फ डूंगर नायक, खींवसर निवासी सुभाष नायक व चितलवाना जालौर निवासी शंकर गिरी को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं एक अन्य की तलाश जारी है।
बता दें कि 10 जनवरी की रात दो बजे मुकाम के गुरू जंभेश्वर मंदिर में चोरी की वारदात हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी बीकानेर संभाग प्रफुल्ल कुमार, एसपी प्रीति चंद्रा, एएसपी ग्रामीण व सीओ नोखा के निर्देशन में प्रशिक्षु आरपीएस प्रेम कुमार के नेतृत्व में एचसी रामेश्वर विश्नोई, एचसी भंवरलाल, एचसी आत्माराम व सायबर एक्सपर्ट एचसी दीपक यादव, कांस्टेबल कैलाश विश्नोई मय टीम गठित की गई।
टीम को प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में चार जने मंदिर में प्रवेश करते व निकलते दिखे। लेकिन ये सभी क्लियर नहीं थे, इनको पहचानना मुश्किल हो रहा था। प्रेम कुमार ने फुटेज जांच में पाया कि चार में से एक चोर ने कंबल ओढ़ रखी है, जबकि अन्य ने कंबल नहीं ओढ़ रखी है। कंबल से शक की सुई घूमी तो अधिक गौर किया गया। इस पर कंबल वाले शख्स की मूवमेंट पर गौर किया तो देखा गया कि कंबल ओढ़ा शख्स बार बार एक ही हाथ को आगे कर रहा है। वह लड़खड़ाते वक्त संभलने के लिए भी उसी एक हाथ का सहारा ले रहा है। चौंकाने वाली बात यह थी कि बार बार काम लिया जाने वाला हाथ टूटा हुआ था। इसी टूटे हाथ से पहचाने जाने के भय से उसने हाथ छुपाने के लिए कंबल ओढ़ रखी थी, लेकिन यह कंबल ही उसके हाथ तक पहुंचने में पुलिस के लिए बड़ा क्लू बनीं। ऐसे में प्रेम कुमार ने सीओ नोखा व उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर पुलिस रिकॉर्ड खंगाले तो सामने आया कि एक चोर ऐसा है जिसके एक हाथ आधा ही है। अब पुलिस ने महेंद्र उर्फ डूंगर नायक नाम के इस चोर पर अपनी जांच केंद्रित कर ली। पुलिस को महेंद्र के हुलिये व पूर्व के रिकॉर्डों से उसके इस वारदात में शामिल होने की आशंका हुई। इस पर टीम ने महेंद्र को पकड़ने के प्रयास शुरू किए और देर रात महेंद्र व उसके साथियों सुभाष व शंकर गिरी के साथ दबोच लिया।
आरोपियों ने अबतक की पूछताछ में हाल ही में आठ वारदातें करना स्वीकार किया है। पूरे मामले में दो बातें जो सबसे अधिक दिलचस्प है वो यह है कि इस चोरी को ट्रेस करने में आरपीएस प्रेम कुमार मय टीम इतनी मगन हुई कि पिछली तीन रातों से सोई ही नहीं। वहीं दूसरी दिलचस्प बात यह है कि इन चोरों ने आजतक मंदिरों को ही अपना निशाना बनाया है। कबूली गई आठ चोरियों में दो चोरियां बाड़मेर के जैन मंदिरों में की गई। ये दोनों चोरियां एक रात को की गई। एक चोरी जोधपुर व पांच चोरियां नोखा व देशनोक क्षेत्र में की। तीनों आरोपियों में सबसे अधिक शातिर महेंद्र उर्फ डूंगर है। इस चोर के खिलाफ करीब तीस मुकदमें पहले से दर्ज है। वहीं अन्य दोनों के खिलाफ भी कई मुकदमें दर्ज है। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों से अभी और भी वारदातों का खुलासा होगा।
जानकारी के अनुसार आरोपियों ने दिसंबर में माह में बड़ी चोरी का प्रयास किया था मगर असफल हुए। कतरियासर के जसनाथ धाम में चोरी का यह प्रयास सफल होता तो सैकड़ों किलो चांदी पार कर ली जाती।
उल्लेखनीय है कि आरपीएस प्रेमकुमार अपने प्रशिक्षण काल में हैं। लेकिन कैरियर के बेहद शुरूआती दौर में ही बड़ी सफलता हासिल कर ली है। प्रेम कुमार की टीम के कांस्टेबल कैलाश विश्नोई व सायबर सैल हैड कांस्टेबल दीपक कुमार यादव का इस सफलता में विशेष योगदान रहा।
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