05 April 2021 08:59 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। गंगाशहर की शांति में खलल पैदा करने वाले शराब ठेके का विरोध दूसरे दिन भी परवान पर रहा। आज महिलाओं ने कलेक्टर व आबकारी विभाग के नाम ज्ञापन देकर इस क्षेत्र में खुलने जा रहे नये शराब ठेके पर रोक लगाने की अपील की। बता दें कि गंगाशहर न्यूनतम अपराध वाला शांत इलाका है। यहां शराब ठेका खुलने से शांति में खलल पैदा होगा। चौंकाने वाली बात यह है कि आबकारी विभाग ने गंगाशहर पेट्रोल पंप के पास जहां शराब ठेका खोलने की इजाजत दी है, उसके बिल्कुल पास सामुदायिक भवन की ज़मीन है, उसके पास में जैन उपाश्रय समता भवन है। वहीं सामने की सड़क पर प्रसिद्ध गोपेश्वर शिव मंदिर है, जहां वर्ष में कई बार बड़े धार्मिक मेले लगते हैं, बड़ी तादाद में युवतियां व महिलाएं इसी रास्ते मंदिर आती जाती हैं। कुछ ही दूरी पर गंगाशहर बाजार जाने वाली सड़क पर भी एक हनुमान, कृष्ण व शिव का मंदिर है। तो जैन कॉलेज भी कुछ ही दूरी पर स्थित है। इस नये ठेके से थोड़ा पहले रेलदादाबाड़ी के सामने भी एक शराब ठेका मौजूद है। इसके बावजूद एक और ठेका खोलकर उपनगर गंगाशहर की लोकशांति भंग करने पर आबकारी विभाग उतारू है।
ठेके के आस पास आवासीय क्षेत्र है, ऐसे में लोक शांति भंग होने के साथ ही रात दिन दिख रही शराब से बच्चों की मानसिकता पर कच्ची उम्र में ही गलत असर पड़ने का भय आमजन को सता रहा है।
वार्ड 47 पार्षद सुमन छाजेड़ ने बताया कि शराब ठेके के बाद यहां बीयर बार खोलने की तैयारी भी चल रही है। गंगाशहर हमेशा शांति पसंद इलाका रहा है, लेकिन हाइवे के बाद अब आंतरिक मार्गों पर भी शराब ठेके खोले जा रहे हैं। पूरा गंगाशहर इस ठेके के विरोध में है। मंत्री बीडी कल्ला, कलेक्टर, आबकारी व गंगाशहर थानाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन दे दिया गया है। क्षेत्र के लोग किसी भी हाल में यह ठेका खुलने नहीं देंगे। मंदिरों, आवासीय कॉलोनी व कॉलेज के पास ठेका खोलकर जहां जनभावनाओं पर कुठाराघात किया जा रहा है वहीं सरकारी खजाने भरने के लिए गंगाशहर की शांति भंग करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुमन छाजेड़ ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार ने अपनी दुकान का अंडरग्राउंड भी अवैध रूप से बनाया है। दुकान की ज़मीन से लेकर निर्माण संबंधी दस्तावेज व अनुमति की जांच भी होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि आबकारी ने इस वर्ष आवासीय कॉलोनियों के बीच कई नये शराब ठेके अनुमत किए हैं। जिनमें गंगाशहर सहित पवनपुरी व मुक्ताप्रसाद के वार्डों में खुल रहे नये ठेके भी शामिल है। इन सभी शराब ठेकों को लेकर आमजन जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में विरोध कर रहा है।
मांग उठ रही है कि शराब ठेके धार्मिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों व आवासीय कॉलोनियों से दूर कहीं हाइवे पर खोले जाने चाहिए, ताकि आवासीय कॉलोनियों व इनके आसपास शांति व्यवस्था बनीं रहे। जानकारी के मुताबिक आबकारी विभाग शराब की नयी दुकाने अलॉट करने में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस की पालना भी नहीं करता। रेलदादाबाड़ी के सामने की तरफ खोला गया शराब ठेका भी सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लघंन करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन व आबकारी विभाग कितना नियमों व जनभावनाओं को ध्यान में रखता है।
RELATED ARTICLES