06 May 2021 07:07 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। जीवन रक्षक दवा रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले में सदर पुलिस ने बीती रात चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। डीएसटी के सहयोग से की गई इस कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। यह इंजेक्शन ब्लैक मार्केट में 24 हजार रूपए में बिक रहा है। पकड़े गए चारों बदमाशों का लिंक शहर के नामी प्राइवेट अस्पतालों से निकल रहा है। इनमें एक अस्पताल शक के दायरे में भी है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान घड़साना निवासी संदीप नायक, राजेश सिंह, महेंद्र विश्नोई व अनिल कुमार जाट के रूप में हुई है।
दरअसल, पुलिस को रेमडेसिवर की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। जिस पर आरोपी संदीप नायक के पास पुलिस ने बोगस ग्राहक भेजा। बुधवार को जब संदीप ने बोगस ग्राहक को चार रेमडेसिवर इंजेक्शन दिए, उसी वक्त पुलिस ने संदीप को दबोच लिया। थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा के फेंके पासे में फंसे संदीप के मार्फत पुलिस ने रेमडेसिवर के बहाने पहले अन्य दो आरोपियों को बुलवाया, बाद में एक को बुलाया। अब पुलिस इस गैंग के एक अन्य सदस्य की तलाश कर रही है। संदीप नायक बीकानेर के चौधरी पैथ लैब का कर्मचारी है। वहीं राकेश सिंह जीवन रक्षा अस्पताल का कर्मचारी है। महेंद्र व अनिल भी प्राइवेट नर्सिंग स्टाफ ही है।
पुलिस ने चारों के खिलाफ 420, 120 बी सहित विभिन्न गंभीर धाराओं व अधिनियमों में मुकदमा दर्ज किया है। आज पुलिस ने आरोपियों पर चार दिन का पुलिस रिमांड लिया है। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर मोहरसिंह कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार तनवीर मालावत की फोर्टीस अस्पताल व जीवन रक्षा शक के दायरे में है। आशंका है कि इस अस्पताल के किसी कर्मचारी के मार्फत ही यह दवा सबको उपलब्ध करवाई जा रही थी। अब अस्पताल का इसमें क्या भूमिका है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। सवाल यह है कि रेमडेसिवर के एक एक इंजेक्शन पर सरकारी पहरेदारी के बावजूद कालाबाजारी किसकी शह से हो रही है। 24 हजार के इस इंजेक्शन में कितने लोगों की बंदरबांट है, यह भी उजागर होना जरूरी है।
RELATED ARTICLES