02 April 2020 05:38 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। एक तरफ लॉक-डाउन को सफल बनाने पर प्रशासन जोर दे रहा है तो दूसरी तरफ प्रशासनिक मिस-मैनेजमेंट की वजह से लॉक-डाउन की धज्जियां उड़ रही है। ख़ासतौर पर राशन को लेकर प्रशासन पुख्ता प्रबंधन नहीं कर पा रहा है। लोगों को घरों में रखकर कोरोना से बचाने के उद्देश्य से किया गया लॉक डाउन इसी मिस मैनेजमेंट का लगातार शिकार हो रहा है। राशन लेने आए लोगों की भीड़ डिपो पर देखी जा रही है। तो आमजन में असंतुष्टि भी दिख रही है। एक डिपो के तो हालात यह है कि यहां वेरिफिकेशन मशीन ही खराब बताई जा रही है। सौ-डेढ़ सौ लोगों की भीड़ को डिपो होल्डर दीपक बन्न ने मशीन खराब होने का बोला है। यह डिपो नंबर 20271 वार्ड नंबर 45 व 61 का बताया जा रहा है, पहले यह 18 नंबर वार्ड हुआ करता था। बुधवार को गंगाशहर क्षेत्र के नोखा रोड़ के समीप एक डिपो की शिकायत भी मिली थी। आरोप था कि इस डिपो ने राशन कम दिया। वहीं लोगों को अभी यह नहीं पता कि वास्तव में उनको कितना राशन मिलना है। संशय में फंसे लोग कहीं-कहीं भ्रष्टाचार के निराधार आरोप भी लगा रहे हैं। चुरू से कोरोना मरीजों को बीकानेर लाने के बाद तो अब प्रशासन को लॉक डाउन की रक्षा में मैनेजमेंट पर ध्यान देना चाहिए। वरना राशन और भोजन पैकेट का वितरण कोरोना वायरस को फैलाने का कारण बन सकता है।
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