01 May 2022 07:11 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। चेक चोरी कर रिश्तेदार के बैंक खाते से 19 लाख 80 हजार रुपए पार करने वाले युवक सहित उसकी मंगेतर को नयाशहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान गंगाशहर पुरानी लाइन निवासी 29 वर्षीय गजानंद पुत्र रमेश ओझा व डूडी पेट्रोल पंप के पीछे रहने वाली 25 वर्षीय अन्नपूर्णा सारस्वत पुत्री श्रवण सारस्वत के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों से 19 लाख 80 हजार रूपए बरामद कर लिए हैं। दोनों को धारा 380, 420, 451 व 120 बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।
ये था मामला:- दम्माणी चौक निवासी महावीर प्रसाद सारस्वत पुत्र नारायण प्रसाद का एसबीआई की जस्सूसर गेट ब्रांच में बैंक खाता है। 27 अप्रेल को महावीर प्रसाद के मोबाइल पर 19 लाख 80 हजार रूपए डेबिट होने का मैसेज आया। मैसेज देखकर महावीर के होश उड़ गए। बैंक से संपर्क किया तो पता चला कि किसी युवती ने 23 नंबर चेक से सेल्फ पैसे उठाए हैं। बैंक पर दबाव बनाकर सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए गए। नयाशहर पुलिस को शिकायत दी गई। सीसीटीवी फुटेज भी दिए गए।
एएसपी सिटी अमित कुमार बुडानिया ने बताया कि आरोपी गजानंद परिवादी महावीर के साले का बेटा है। जांच के दौरान आरोपी बढ़चढ़ कर परिवार का सहयोग करते दिखे। वहीं हाव भाव थोड़े भयग्रस्त दिख रहे थे। इस पर उसकी कुंडली खंगाली गई तो पता चला कि एक सीए स्टूडेंट से उसकी सगाई हो रखी है। दोनों रानी बाज़ार स्थित एक सीए ऑफिस में कार्य करते हैं। दूसरी ओर चेक पर पीछे हस्ताक्षर अंकिता नाम से थे। कैशियर ने जब युवती को पैसे दिए तब वह नकाबपोश थी। उसके हुलिये और मुखबिर से पता चला कि पैसे ले जाने वाली युवती और गजानंद की मंगेतर एक ही है। पुलिस को पहले से ही उस पर शक था। ऐसे में थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण के नेतृत्व में एस आई चंद्रजीत सिंह मय जांच टीम ने गजानंद से युवती के बारे में पूछा। युवती का नाम लेते ही गजानंद नर्वस हो गया। हाव भाव ही बदल गए। पुलिस ने आरोपी से अपने तरीके से पूछताछ की तो आरोपी ने सच उगल दिया। पुलिस के अनुसार आरोपी ने 19 लाख 80 हजार रूपए की चोरी कबूल कर ली। उसने बताया कि इस काम में उसकी मंगेतर अन्नपूर्णा भी शामिल थी। पुलिस ने युवती को उसके घर से डिटेन कर पूछताछ की तो उसने भी जुर्म कबूल कर लिया।
-सेवानिवृत्ति पर मिली राशि की जरूरत थी इलाज में:- महावीर कुछ समय पहले ही रिटायर्ड हुआ था। उसे सेवानिवृत्ति पर यह राशि मिली थी। फिलहाल उसका पुत्र अजय जयपुर की दुर्लभजी अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में महावीर को भी पैसे की भारी जरूरत है।
आरोपी गजानंद सीए स्टूडेंट है, ऐसे में महावीर ने उसे अपने अकाउंट का काम दे रखा था। ऐसे में भरोसा भी था। कुछ समय पूर्व उसने 22 नंबर चेक महावीर की सहमति से लिया था, इसी समय 23 नंबर चेक भी चुरा लिया।
-लालच ने तबाह किए रिश्ते, परिवार, कैरियर व इज्जत:- गजानंद व उसकी मंगेतर अन्नपूर्णा दोनों ही सीए फाइनल ईयर के स्टूडेंट हैं। अगर वह पढ़ाई पर ध्यान देते तो कुछ समय बाद उनके पास पैसे की कोई कमी ही नहीं रहती। मगर दोनों लालच में आ गए और पैसे पार करने की योजना बनाई। पैसे निकालने में तो सफल हो गए मगर खुद को कानून के पंजे से बचा नहीं पाए।
बैंक कर्मियों की भूमिका की चल रही जांच:- एएसपी अमित कुमार के अनुसार बैंक के कैशियर की भूमिका की भी जांच चल रही है। बता दें कि युवती जब पैसे लेने गई तो वह नकाबपोश थी। इतनी बड़ी रकम लेने गई युवती से नकाब हटाने को भी नहीं कहा गया। युवती ने चेक पर अंकिता नाम से हस्ताक्षर किए जबकि उसका नाम अन्नपूर्णा है। कैशियर ने किसी पर से युवती की पहचान जानने की कोशिश नहीं की। ऐसे में बैंक कैशियर की भूमिका संदिग्ध लग रही है।
--गड्ढ़े में हाथ डाला तो पूरा हुआ पुलिस का चैलेंज:- थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण ने बताया कि यह मामला पुलिस के सामने बड़ा चैलेंज था। अगर पुलिस आरोपी को पहचानने में जरा सी भी चूक करती तो घर के बाहर ही तलाश करती रहती। जबकि परिवादी के साले का बेटा गजानंद आरोपी है। दूसरी ओर पैसे बरामदगी भी बड़ा चैलेंज था। अगर कुछ देर होती तो आरोपी पैसे कहीं ठिकाने लगा देता। चारण के अनुसार आरोपी गजानंद ने गंगाशहर स्थित अपने निवास के निर्माणाधीन कमरे में तीन फीट का गड्ढ़ा खोदकर पैसे छिपा दिए थे। पुलिस ने गढ्ढ़े से पैसा बरामद कर लिया।
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