10 October 2025 06:25 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। क्या गरीब होना गुनाह है? क्या कमजोर होना गुनाह है? सीवरेज से जुड़े ठेकेदारों के रवैये से तो यही लगता है जैसे गरीब और कमजोर होना ही गुनाह है।
मामला गटर से जुड़ा है। दरअसल, शहर की गंदगी साफ करने के लिए गटर में उतरने वाले मजदूरों के प्रति ठेकेदार कंपनियों में कोई सहानुभूति ही नहीं बची है। इन मजदूरों को नंगे बदन गटर के अंदर उतरना पड़ता है। ना कोई सुरक्षा उपकरण ना ही गंदगी से बचने का कोई साधन। जबकि गटर में इस तरह से उतरना खतरे से खाली नहीं है। संक्रमण का खतरा तो हर वक्त है ही, साथ ही साथ इसकी जहरीली गैसों से ज़िन्दगी छिन जाने का खतरा भी हर वक्त रहता है।
गंगाशहर के इंद्रा चौक के पीछे वाली गली में भी यही देखने को मिला। यहां गरीब मजदूर नंगे बदन शहर की गंदगी से भरे गटर में घुस रहा था। सलाम है ऐसे मजदूरों को जो परिवार का पेट पालने के लिए इतनी अमानवीयता भी सहन करते हैं। ऐसा ही हाल पूरे बीकानेर का है।
बताया जा रहा है कि गंगाशहर क्षेत्र में यह ठेका राजकमल बिल्डर्स के पास है। उल्लेखनीय है कि गंगाशहर, सुजानदेसर, भीनासर क्षेत्र में सीवरेज का काम भी बेहद घटिया स्तर का हुआ। इस काम में बड़ा घोटाला हुआ बताते हैं। तकनीकी व गुणवत्ता दोनों ही पैमानों पर सीवरेज का काम काफी घटिया स्तर का हुआ। सीवरेज की वजह से आज भी जनता प्रताड़ित है। लेकिन आज तक इस काम की गुणवत्ता व तकनीकी पक्ष की जांच नहीं हुई।
सवाल यह है कि आख़िर कैसे इन ठेकेदारों में कानून का भय खत्म हो रहा है? खुल्लमखुल्ला इतना घटिया काम, आख़िर ये हौसला आता कहां से है? ना तो सीवरेज बनाने वाली कंपनी ने जनता के साथ न्याय किया, ना ही सीवरेज का रखरखाव कर रही कंपनियां न्याय कर रही है।, देखें वीडियो
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