21 October 2020 12:26 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर के एक प्रतिष्ठित लैब के लालच की बड़ी ख़बर सामने आई है। इस लैब ने कोरोना जांच के नाम भारी लूट मचा रखी है। सरकार की गाइडलाइन के खिलाफ यह लैब पैंतीस सौ रूपए की वसूली कर रहा है। एच आर सीटी नाम की इस जांच के लिए सरकार ने 1700 रूपए निर्धारित कर रखे हैं। कोई भी निजी लैब अगर 1700 रूपए से अधिक इस जांच के लेता है तो वह पैनडेमिक एक्ट का उल्लघंन करता है। मंगलवार रात ख़बरमंडी न्यूज़ का एक पाठक अपने पिता की जांच करवाने पवनपुरी रिलायंस फ्रेस के सामने स्थित डॉ बोथरा डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर गया। एच आर सीटी सहित कुछ अन्य जांचों के लिए 9650 रूपए की मांग की गई। बाद में 650 रूपए डिस्काउंट कर नौ हजार रुपए जमा करवाने को कहा गया। जिस पर हमारे पाठक ने नौ हजार रुपए पेटीएम कर दिए। वापिस साढ़े नौ बजे जब पॉजिटिव की रिपोर्ट लेने गये, तब लैब से बिल मांगा गया। जिस पर लैब ने यह कहते हुए बिल देने से इन्कार कर दिया कि डिस्काउंट देने के बाद बिल नहीं देते। पाठक द्वारा सरकार की गाइडलाइन दिखाने व हंगामा करने पर लैब ने बिल दिखाया, जिसमें एच आर सीटी के पैंतीस रूपए जोड़े गये थे। हालांकि कि बाद में बात बिगड़ती देख लैब ने भूल मानते हुए 1800 रूपए लौटा भी दिए।
सूत्रों का कहना है कि ये लैब पैंतीस सौ रूपए की वसूली कर रहा है, जो कि सरकार द्वारा निर्धारित दर के दुगुने से भी अधिक है। हमारे पाठक ने बिल का फोटो खींच लिया था। कोरोना काल में जबकि आम आदमी आर्थिक रूप से तबाह हो चुका है, लैब द्वारा इस तरह की अमानवीय हरकत सवाल खड़े करती है। उल्लेखनीय है कि चिकित्सा सेवा कार्य है तथा हर इंसान की मूलभूत आवश्यकता है। लेकिन इसी आवश्यकता का फायदा उठाकर बीकानेर में जगह जगह लूट मचाई जा रही है। आमजन डॉक्टरों को धरती का भगवान मानता है, जबकि यही भगवान असुरों की भांति लूट खसोट करते हैं। हालांकि सभी डॉक्टर ऐसे नहीं होते, लेकिन चंद ऐसे डॉक्टरों की वजह से धरती का भगवान बदनाम होता है। अब देखना यह है कि डॉ बोथरा लैब की इस लूट खसोट पर प्रशासन एक्शन लेता है या गरीबों को लुटने देता है। देखें सबूत
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