22 June 2021 11:32 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। युवक की आत्महत्या के जिम्मेदार सैक्स पावर बढ़ाने वाली कथित जड़ी बूटियां देने वाले झोलाछाप वैद्यों को कोलायत पुलिस ने दबोच लिया है। इन्हीं की ठगी व ब्लैकमेलिंग ने कोलायत के खेतोलाई भुर्ज निवासी खींव सिंह को मरने के लिए मजबूर कर दिया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गंगापुर सिटी, सवाईमाधोपुर निवासी प्रहलाद पहाड़ी भीम व विजेंद्र पहाड़ी भीम बताई जा रही है। दोनों को पुलिस ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है।
ये था मामला---
जनवरी माह में आरोपियों ने खेतोलाई भुर्ज के पास डेरा लगाया था। डेरे में यौन शक्ति बढ़ाने, नामर्दी खत्म करने सहित विभिन्न मर्दाना कमजोरियों के रामबाण इलाज का दावा किया जा रहा था। खींवसिंह को जानकारी हुई तो वह भी सैक्स पावर बढ़ाने की दवा लेने वहां पहुंचा। आरोपियों द्वारा उसे 60-70 हजार रूपए की जड़ी बूटियां बेची गई। खींवसिंह ने तीन दिनों तक तीन चम्मच दवा ली, लेकिन उसे भयंकर जलन होने लगी। इस पर उसने आरोपियों को जड़ी बूटियां वापिस लेकर उसके पैसे लौटाने को कहा। आरोपी सहमत नहीं हुए। खींव सिंह ने बार बार कहा। इस पर आरोपी उसे फोन पर ब्लैकमेल करने लगे। अलग अलग आरोपी उसे फोन कर धमकी देते कि वे उसके यहां डॉक्टरों की टीम भेजेंगे। किन्नरों (हिंजड़ों) की टीम भी आएगी। आरोपियों ने कहा कि उसे सबके सामने खुद को साबित करना होगा। उसे बात बार प्रताड़ित किया जाने लगा। उसके यहां गंदे फोटो तक भेजे जाने लगे। अंतिम रूप से उसने 4 जून को आत्महत्या कर ली। मरने से पहले सुसाइड नोट में सारी बात लिख डाली।
ऐसे पहुंची पुलिस आरोपियों की गर्दन तक:
आत्महत्या की सूचना पर कोलायत थानाधिकारी अजय कुमार अरोड़ा अपनी टीम के साथ पहुंचे। मृतक के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करवाई। सुसाइड नोट से यह तय हुआ कि खींवसिंह को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था। इसी वजह से उसने अपनी बीवी व बच्चों को छोड़कर मौत को गले लगाया। पुलिस ने सुसाइड नोट व फोन कब्जे में लिया। परिवार से पूछताछ की गई। वहीं उसके कमरे में जड़ी बूंटियां भी मिली। फोन की जांच में बहुत कुछ साफ होने लगा। अजय अरोड़ा ने जांच करते हुए संदिग्धों को भी चिन्हित कर लिया। इसी दौरान घटना के दस दिन बाद यानी 15 जून को खींव सिंह के पते पर एक रजिस्टर्ड डाक आई। जिसमें गंदे फोटो थे। पुलिस ने रजिस्टर्ड डाक से भेजने वाले का पता मालूम किया तो पता चला कि आरोपी गंगापुर सिटी से हैं। इस पर लोकेशन ट्रेसिंग का सहारा लेते हुए डीएसटी टीम को लेकर अजय कुमार गंगापुर सिटी पहुंचे। जहां से प्रहलाद व विजेंद्र को दबोच लिया गया।
उल्लेखनीय है कि कार्रवाई आईजी प्रफुल्ल कुमार व एसपी शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया के निर्देशन में व एएसपी ग्रामीण सुनील कुमार व सीओ कोलायत महावीर प्रसाद के डायरेक्ट सुपरविजन में कोलायत थानाधिकारी अजय कुमार अरोड़ा मय टीम द्वारा की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी में अरोड़ा के नेतृत्व में डीएसटी के एचसी अब्दुल सत्तार, एचसी साइबर सैल दीपक कुमार यादव, कांस्टेबल लखविंद्र सिंह, दलीप सिंह साइबर सैल, सवाई सिंह, योगेन्द्र, वासुदेव व समस्त डीएसटी सहित थाने के कांस्टेबल संजय व नरेंद्र ने योगदान दिया।
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