02 September 2020 06:32 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। आज देश बचाने की मुहिम के तहत पब जी सहित 118 चाइनीज ऐप प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। लेकिन इसी देश के लोकतंत्र की रक्षा करने वाले चौथे स्तंभ से आए दिन हो रही बदसलूकी के खिलाफ सरकारें खामोश है। गुंडों द्वारा हत्या की घटनाएं तो एक तरफ यहां तो पुलिस भी पत्रकारों से आए दिन दुर्व्यवहार कर रही है। बिना किसी सरकारी सहायता या भुगतान के देश के लोकतंत्र को जीवित रखने, संविधान की रक्षा के लिए खुद को खतरे में डालकर आवाज़ उठाने वाले पत्रकारों से खाकी का यह रवैया निंदनीय करार दिया जा रहा है। हाल ही में बीकानेर की सदर पुलिस द्वारा दो पत्रकारों के साथ हद पार बदसलूकी की गई। जिसके बाद बीकानेर के पत्रकार विरोध में उतर आए हैं। मामला पुलिस, प्रशासन व नेताओं के संज्ञान में लाने के बाद भी कोई कार्रवाई न किए जाने से आहत पत्रकारों ने आज इनकी प्रेसवार्ता में शामिल न होने का निर्णय लिया है। सर्किट हाउस में हुई एक बैठक में वरिष्ठ पत्रकारों ने निर्णय देते हुए कहा है कि अब बीकानेर के पत्रकार पुलिस, प्रशासन व राजनेताओं की प्रेसवार्ता में शामिल नहीं होंगे। इस बैठक में वरिष्ठ पत्रकार मधु आचार्य आशावादी, दीपचंद सांखला, हनुमानदान चारण, हरीश बी शर्मा, लक्ष्मण राघव, अनुराग हर्ष, श्याम मारू, भवानी जोशी, बृजमोहन रामावत, जयनारायण बिस्सा, विक्रम जागरवाल सहित सभी इकाइयों के पत्रकार सम्मिलित रहे।
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