21 May 2021 10:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अमरपुरा सरपंच व उसके भाइयों सहित 15-20 अन्य के खिलाफ कोर्ट आदेश से मुकदमा दर्ज हुआ है। परिवादी अमरपुरा निवासी मदन सिंह पड़िहार ने आरोप लगाया है कि सरपंच मुरलीधर मोदी हाल ही में कोरोना पॉजिटिव हुआ था। जिसे पीबीएम में भर्ती करवाया गया। 4-5 मई को पीबीएम से छुट्टी मिलने पर वह घर लौटा, जहां उसे क्वॉरन्टाइन रहना था। लेकिन 6 मई को ही सरपंच मुरली घर से बाहर निकल गया। वह गांव के श्मशान के पेड़ कटवाकर लकड़ियां भरवा रहा था। आरोप है कि वह यह लकड़ियां बेचने जा रहा था। इस पर मदनसिंह व गांव वालों ने उसे टोका। सरपंच को पूछा कि कोरोना ठीक होते ही बाहर क्यूं निकल रहे हो? और लकड़ियां किस अधिकार से बेच रहे हों? इस पर सरपंच व उसके भाई ने परिवादी के साथ थाप मुक्कों से मारपीट की। आरोप है कि सरपंच ने भीड़ इकट्ठा कर ली। परिवादी पर थूका तथा पूरे गांव में कोरोना फैलाकर जनसंख्या कम करने की धमकी दी। सरपंच ने बीच में आने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान महेंद्र दान चारण ने पैसे भी छीन लिए।
आरोप है कि इस दौरान वन विभाग व पूगल पुलिस को बुलाया गया लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने आरोपी सरपंच मुरलीधर मोदी, घनश्याम खत्री, जयपाल खत्री, महेंद्र दान चारण, राहुल मोदी व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। धारा 323, 341, 143, 382, 147 व 148 आईपीसी के तहत दर्ज इस मामले की जांच एएसआई रामदेव को दी गई है।
उल्लेखनीय है कि परिवादी ने उसी दिन थाने में परिवाद दे दिया था, मगर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद 6 मई को डिस्पेच साखा के जरिये एसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया। बात ना बनने पर 9 मई को थानाधिकारी व एसपी को रजिस्टर्ड डाक से प्रार्थना पत्र भेजा गया। इसके बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस पर परिवादी कोर्ट गया। अब घटना के 14 दिन बाद पूगल पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है।
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