20 June 2022 09:33 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर।(पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) शहर के युवाओं को नशीले कफ सिरप की लत्त लगाकर युवाओं व उनके परिवार के भविष्य को बर्बाद करने का मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। पुलिस आचार्य चौक निवासी अमित आचार्य की तलाश कर रही है। मामले की जांच कर रहे नापासर थानाधिकारी जगदीश प्रसाद पांडर ने बताया कि अमित के घर दबिश दी गई मगर वह नहीं मिला। उसके संभावित ठिकानों पर भी दबिश दी जा रही है। उसके खिलाफ जुर्म प्रमाणित है, पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेगी।
ये है पूरा मामला:- बीकानेर शहर को गांजा, एमडीएमए, नशीली गोलियां सहित कोडीन युक्त सिरप ने बुरी तरह जकड़ रखा है। हालात यह है कि हजारों परिवार बर्बादी की कगार पर है। हाल ही में डीएसटी ने गंगाशहर पुलिस के सहयोग से मरुनायक चौक निवासी 32 वर्षीय मुकेश नाई पुत्र शिवशंकर को अवैध नशीले सिरप सहित पकड़ा था। आरोपी के पास 160 एम आर पी वाले नवकोड कफ सिरप की सात सौ शीशियां बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने अमित आचार्य का नाम उजागर किया। गंगाशहर थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। जांच नापासर थानाधिकारी जगदीश प्रसाद पांडर को दी गई। पांडर ने बताया कि मुकेश ने पूछताछ में अमित आचार्य का नाम लिया है। उसका कहना है कि वह अमित आचार्य का माल ही बेचता है। इसके बदले उसे कमीशन मिलता है। एक बोतल के बदले उसे 20-30 रूपए मिल जाते हैं। ऐसे में पुलिस अब अमित को पिंजरे में डालने की तैयारी कर रही है।
इस कार्रवाई से कुछ दिन पहले डीएसटी ने नयाशहर व सदर क्षेत्र में भी दो कार्रवाई की थी। नयाशहर थाना क्षेत्र से पूगल रोड़ निवासी मांगीलाल को नशीले सिरप के साथ पकड़ा था। उससे बड़ी मात्रा में नशीले सिरप की शीशियां बरामद हुई। नयाशहर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। इस मामले की जांच कोटगेट थानाधिकारी मनोज माचरा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मांगीलाल का कनेक्शन अमित से हैं। मांगीलाल द्वारा अमित से माल लिया जाता था। हालांकि पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।
डीएसटी ने दूसरी कार्रवाई सदर थाना क्षेत्र में की थी। जहां डुप्लेक्स कॉलोनी निवासी दीपचंद को भारी मात्रा में नशीली गोलियों के साथ दबोचा था। सदर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। मामले की जांच जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी महावीर प्रसाद विश्नोई को दी गई। महावीर प्रसाद के अनुसार मामले में दीपचंद के बाद दिनेश व मांगीलाल को गिरफ्तार किया गया। आशंका है कि अमित आचार्य की भी इस मामले में भूमिका है। पुलिस अभी उसे संदिग्ध मानते हुए जांच कर रही है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि अमित लंबे समय से अवैध कोडीन सिरप की सप्लाई कर रहा है। 160 रूपए अधिकतम मूल्य की शीशी 125 से 400 रूपए तक बेची जाती है। आशंका है कि अवैध कोडीन सिरप के मामले में अमित शहर का सबसे बड़ा सप्लायर हो। अब देखना यह है कि शहर की रगों में नशे का जहर घोलकर उनको, उनके परिवार व समाज को तबाह करने वाले इन तस्करों को पुलिस लंबी जेल यात्रा करवा पाती है या नहीं। जिस तीव्र गति से नशा अपने पैर पसार रहा है, अगर मादक पदार्थों के तस्करों पर पर जल्द लगाम नहीं लगाई गई तो आने वाले 1-2 सालों में बीकानेर की युवा पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी।
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