26 October 2020 02:42 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम में आमजन को अपराध की ओर प्रेरित करने वाले कारनामे हो रहे हैं। अपराध से भयाक्रांत इस शहर के भविष्य के लिए प्रशासन को पीबीएम की ओर ध्यान देना होगा। दरअसल, पीबीएम में बड़ी संख्या में संविदा पर काम कर रहे कंप्यूटर ऑपरेटर, नर्सिंग कर्मी आदि की छ: माह से सैलरी बकाया है। मात्र 6 हज़ार रूपए मासिक भुगतान पाने वाले इन कर्मचारीयों का जीना मुश्किल हो गया है। इन पर दोहरा संकट है। सैलरी ना मिलने की लिखित शिकायत करे तो नौकरी जाने का डर है। शिकायत ना करने की स्थिति में पीबीएम प्रशासन भी सुध नहीं ले पा रहा। ये सभी कर्मचारी आर के मानव संस्थान नाम की ठेकेदार फर्म के अंडर में काम कर रहे हैं।
संस्थान सैलरी रोकने का काम पहली बार नहीं कर रहा है। शिकायत तो यहां तक मिल रही है कि यह फर्म कर्मचारियों के बुढ़ापे की पूंजी यानी पीएफ भी डकार लेती है। पहले भी पीएफ से जुड़े मामले में आर के मानव संस्थान रडार में आ चुका है। उल्लेखनीय है कि आर्थिक तंगी युवाओं को अपराधी बना रही है। ऐसे में इन अल्प वेतनभोगियों को इतने लंबे समय तक सैलरी ना देने के प्रकरण में प्रशासन की चुप्पी इस शहर के लिए भी घातक है। गोलीबारी, लूट-पाट व हत्या की घटनाओं से भयाक्रांत इस शहर में वेतन के लिए कर्मचारियों को परेशान करना घातक है। ख़बरमंडी न्यूज़ लगातार इस गंभीर मामले को उठा रहा है। कलेक्टर नमित मेहता ने इस मामले को लेकर तहकीकात शुरू कर दी है। मेहता इस मामले में कार्रवाई कर सकते हैं।
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