22 October 2020 03:59 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर पुलिस के सहयोग से हनुमानगढ़ पुलिस ने एक करोड़ 13 लाख के ब्लाइंड लूट प्रकरण का खुलासा कर दिया है। मामला 17 सितंबर की रात आठ बजे का है। हनुमान के संगरिया क्षेत्र की एक्सिस बैंक के वाइस मैनेजर सुशील कुमार ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि हथियारबंद आए तीन बदमाशों ने बैंक में लूट की वारदात कर दी। बताया गया कि आरोपियों में से दो के पास बंदूक व एक के पास चाकू था। तीनों ने परिवादी व कैशियर को तिजोरी कक्ष में ले जाकर पैसे लूटे व दोनों को वहीं बंद करके चले गए। आरोपियों ने कक्ष की चाबी दूर फेंक दी थी, जिसे कक्ष में लगे प्लास्टिक के पाइप से खींचकर दरवाजा खोला गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी प्रफुल्ल कुमार, एसपी राशि डोगरा व एएसपी जस्साराम बोस द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। इसके बाद एसपी के निर्देशन में एएसपी बोस, सीओ संगरिया दिनेश राजौरा, सीओ एससी एसटी सैल प्रशांत कौशिक व सीओ महिला सैल नारायण सिंह के नेतृत्व में संभाग स्तरीय टीम का गठन किया गया। तीस पुलिसकर्मियों की इस टीम में बीकानेर के कालू थानाधिकारी उनि देवीलाल व साईबर सैल हैड कांस्टेबल दीपक यादव को सम्मिलित किया गया। पुलिस टीमों ने घटना स्थल की सीसीटीवी फुटेज व आसपास की फुटेज का अवलोकन किया। वहीं मोबाइल टावरों के डंप डाटा उठाकर सीडीआर का विश्लेषण किया। पूरे निरीक्षण में पुलिस के शक की सुई परिवादी बैंक के वाइस मैनेजर सुशील कुमार पर घूम गई।
सीसीटीवी में लूट करने आए लोगों का विरोध नहीं देखा गया था। वहीं आरोपी सुशील की कार लेकर भागे तथा सुशील ने पुलिस को रिपोर्ट बहुत देरी से दी। इसके अतिरिक्त प्लास्टिक के पाइप से चाबी उठाने सहित कई बातें संदिग्ध लगी। इस पर पुलिस ने सुशील कुमार पर फोकस करते हुए तहकीकात की। इस दौरान अलग अलग लिंक के आधार पर पुलिस टीमें हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश में मुल्जिम तलाशी के लिए गई। बताया जा रहा है कि सुशील कुमार पर शक जब यकीन में बदला तो उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया। वहीं अन्य तीन साथियों को पंजाब से दबोचा गया। दरअसल, बैंक के वाइस मैनेजर के पद पर नौकरी कर रहे सुनील कुमार पुत्र महेंद्र कुमार निवासी श्रीगंगानगर ने अपने मामा के लड़के नितेश कुमार पुत्र दलविंद्र कुमार निवासी पटियाला, राजपुरा के साथ मिलकर बैंक लूट की योजना बनाई थी। जिसके बाद नितेश अपने दो अन्य साथियों सतपाल व सुखविंद्र के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। इनमें से सतपाल पटियाला का है वहीं सुखविंद्र पंजाब के अंबाला का है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने लगातार एक माह तक रात दिन मेहनत की। जिसमें उनि थानाधिकारी संगरिया इंद्र कुमार, पुनि हनुमानगढ़ फूलचंद शर्मा, उनि राजाराम लेघा डीएसटी प्रभारी हनुमानगढ़, उनि चुरू सुरेश कस्वां, उनि कालू देवीलाल, उनि संगरिया सुरेंद्र कुमार, सउनि भूपसिंह, हैड कानि शाहरसूल, कमलजीत, वाहेगुरु, किशोर सिंह, दीपक यादव, बलतेज, रिछपाल,दुलाराम, कानि सुलेंद्र, दीनदयाल, पवन लिंबा, मनोहर, विजय वर्मा, हरिश, अमित, राजेंद्र, राधेश्याम, कुलदीप, गुरतेज, लायकसिंह, सुखचरण, संदीप कुमार व अशोक कुमार शामिल थे। उल्लेखनीय है कि बीकानेर पुलिस के सब इंस्पेक्टर देवीलाल व साईबर सैल हैड कांस्टेबल दीपक यादव का इस पूरे प्रकरण में विशेष योगदान रहा। उनि देवीलाल पहले भी संभाग स्तर के बड़े मामलों में लीड रोल निभा चुके हैं। वहीं साईबर से जुड़ी मदद में दीपक भी बहुत सारे मामलों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।
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