01 September 2021 09:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। ईमानदार उपभोक्ताओं की जेब का करंट खत्म होने का एक कारण बिजली चोर भी है। इन्हीं बिजली चोरों की वजह से ईमानदार उपभोक्ताओं को पैसे की मार तो पड़ती ही है, साथ ही साथ विद्युत आपूर्ति संबंधित बाधा का सामना भी करना पड़ता है। बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड ने बीकानेर शहर के बड़े चोरों का पर्दाफाश किया है। कंपनी के अनुसार कंपनी के उपखण्ड 4 व 5 के क्षेत्र में आने वाले क्षेत्र कसाई बारी, खटिकों का मोहल्ला, चोखूंटी क्षेत्र, नायकों का मोहल्ला, सुभाष रोड़, मोहल्ला व्यापारियान, जिन्ना रोड़, डागा चौक, बिन्नानी चौक, चुनगरों का मोहल्ला, जोशी वाड़ा, कुचीलपुरा, चोतीना कुंआ क्षेत्र, भुट्टों का बास में इन दिनों विद्युत चोरी विशेष रूप से बढ़ गयी है।
बीकेईएसएल के सीओओ ने बताया कि 11 के वी फीडर से जुड़े हुए सुभाष रोड के कुछ ट्रांसफार्मर में बिजली चोरी 60 प्रतिशत से अधिक हो रही है। मतलब 100 यूनिट विद्युत सप्लाई होने पर केवल 40 यूनिट का ही बिल बनता है। कम्पनी ने इन क्षेत्रों में विद्युत सुधार कार्यक्रम के तहत पुराने तारों व सर्विस वायर को बदलने का कार्य करने का प्रयास किया, लेकिन क्षेत्र के उपभोक्ताओं के भारी विरोध के कारण पुराने तार व कटी हुई सर्विस लाइन, टेम्पर्ड व खराब मीटरों को नहीं बदला जा सका। इन फीडरों पर विद्युत हानि 80 प्रतिशत से अधिक होने कारण बीकेईएसएल के लिए इन क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति बनाए रखना संभव नहीं हो पा रहा है।
इन क्षेत्रों में विद्युत तंत्र की हालत बहुत खराब होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, जिससे मानव एवं पशु के प्राण की गंभीर हानि हो सकती है।
--कहां कितनी बिजली चोरी--
गुलाब पान कार्नर पर लगे वितरण ट्रांसफामर पर 88 प्रतिशत, राजा होटल के पास लगे ट्रांसफामर पर 86 प्रतिशत, कसाई बारी में लगे ट्रांसफार्मर पर 80 प्रतिशत, सिमरन होटल के नजदीक लगे ट्रांसफामर पर 80 प्रतिशत, अब्बासी मेडिकल के निकट लगे ट्रांसफानर पर 71 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है।
--ऐसे हो रही है बिजली चोरी--
बहुत जगह पर आर्म्ड सर्विस केबल को गैर कानूनी रूप से कट करके उससे बिजली चोरी की जा रही है। इस मामले में बीकेईएसएल सम्बंधित पुलिस थाना अधिकारी से संपर्क कर रही है ताकि पुलिस सहयोग से विद्युत चोरी पकड़ी जा सके।
अगर क्षेत्र के उपभोक्ता विद्युत तंत्र सुधार कार्य करने में सहयोग के लिए आगे आते हैं तो पुराने तार, सर्विस वायर व टेम्पर्ड मीटर व खराब मीटरों को बदलने का काम किया जा सकेगा।
RELATED ARTICLES