20 July 2020 05:01 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कोविड मरीजों को बार-बार प्रबंधन की खामियों की वजह से निराशा का सामना करना पड़ रहा है। अब जाट धर्मशाला से मरीजों का दर्द बाहर आया है। यहां क्वॉरन्टाइन हुई एक महिला ने आरोप लगाया है कि सिर्फ उच्चाधिकारियों तक भेजे जाने वाले वीडियो बनाते समय अच्छे काम का दिखावा किया जाता है, मगर सच तो यह है कि यहां कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे। इस पॉजिटिव महिला का कहना है कि कूलर में पानी खत्म होने पर काफी देर तक तो कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। वहीं जब सफाईकर्मी आए तो उनका जवाब था कि कूलर भरना नगर निगम का काम है। ऐसे में घंटों के संघर्ष के बाद थक हारकर एक कोविड मरीज़ ने कूलर भरा। कोविड मरीज़ द्वारा कूलर भरना जहां प्रबंधन पर सवाल उठाता है वहीं कोरोना के फैलाव का खतरा भी बढ़ाता है। इसी कूलर को अगली बार जब कर्मचारी भरने आएगा तो उसके संक्रमित होने की आशंका बनी रहेगी। कोरोना मरीजों से इस तरह की बेरुखी कई सवाल खड़े करती है। बता दें कि कलेक्टर नमित मेहता ने कोविड व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के कड़े निर्देश दे रखे हैं, इसके बावजूद कोविड सेंटर्स के हाल खस्ता मालूम हो रहे हैं।
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