03 September 2022 10:48 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र में हुए बाबूलाल मेघवाल मर्डर केस में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। शुक्रवार को परिजनों की सहमति के बाद शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया। राउंड अप आरोपियों की औपचारिक गिरफ्तारी भी की जा चुकी है। मृतक की पत्नी की भूमिका अभी भी संदिग्ध बनी हुई है।
ये था मामला: बुधवार शाम करीब पांच बजे जयपुर जोधपुर बायपास टोयटा कंपनी के सामने स्थित सुनसान जगह पर एक जला हुआ शव मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव के कपड़े जल चुके थे, लेकिन मृतक का मोबाइल शव के पास ही पड़ा मिल गया। जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस व डीएसटी ने मोबाइल खंगाला तो मोबाइल बाबूलाल मेघवाल का निकला। दूसरी तरफ बाबूलाल के परिजन बुधवार सुबह से ही थाने के चक्कर काट रहे थे। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि बाबूलाल मंगलवार रात से गायब है। ऐसे में चुटकियों में ही मृतक की पहचान हो गई।
मृतक के गले पर धारदार हथियार के निशान थे, ऐसे में हत्या की पुष्टि भी हो गई।
-मोबाइल बना सहारा, चार घंटे में ही पुलिस ने पकड़ लिए आरोपी: मोबाइल में मिले रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने पटेल नगर में किराए के मकान में रह रहे ऊपनी, श्रीडूंगरगढ़ निवासी मनोज जाट को धर दबोचा। आरोपी के साथी रामनिवास गोदारा के भी वारदात में शामिल होने की बात सामने आई। पता चला कि रामनिवास फरार होकर राजगढ़ गया है। पुलिस टीमों ने आरोपी को राजगढ़ से पकड़ लिया।
-अवैध संबंधों ने बनाया पागल, और शराब पीकर कर दी हत्या: पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऊपनी निवासी मनोज जाट पटेल नगर किराए के मकान में रहता है। यहीं पर रामनिवास भी रहता है। दोनों कॉलेज स्टूडेंट है। वहीं अक्कासर निवासी 22 वर्षीय बाबूलाल पुत्र जग्गाराम मेघवाल का ससुराल पटेल नगर में है। मृतक बाबूलाल की पत्नी व मुख्य आरोपी मनोज के बीच रिलेशनशिप होने की बात सामने आई है। दोनों का मिलना जुलना था। हत्या से तीन दिन पहले ही बाबूलाल अक्कासर से बीकानेर आया था। उसका रिश्तेदार पीबीएम में भर्ती था। इसी सिलसिले में वह यहां था। रात को ससुराल रहने जाता। मंगलवार की रात मनोज व रामनिवास ने पवनपुरी के ठेके पर शराब पी। इसके बाद एक दोस्त टैक्सी में बैठकर घर गया, मोटरसाइकिल लेकर वापिस आया। यहां से दोनों जयपुर रोड़ गए। दोनों ने जयपुर रोड़ के एक ठेके से बीयर खरीदी। बाद में बाबूलाल और दोनों आरोपियों ने बायपास स्थित घटनास्थल पर बीयर पी। जब बाबूलाल भी नशे में धुत्त हो गया, तब आरोपियों ने चाकू से उसका गला काट दिया। आरोपियों ने मृत बाबूलाल को जला दिया, ताकि कोई उसे पहचान ना सके।
मृतक की पत्नी की भूमिका पर संशय: बाबूलाल की हत्या की साज़िश में उसकी पत्नी शामिल थी या नहीं, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। मामले की जांच एएसपी सुनील कुमार कर रहे हैं। मृतक की पत्नी व आरोपी मनोज के बीच अवैध संबंध थे। इसी वजह से आरोपी ने बाबूलाल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई बताते हैं।उल्लेखनीय है कि हत्या की इस वारदात के खुलासे में जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी महावीर प्रसाद मय टीम व हैड कांस्टेबल दीपक यादव मय डीएसटी टीम ने सराहनीय कार्य करते हुए चार घंटों में ही आरोपियों को दबोच लिया।
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