16 December 2021 12:14 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। जिले के 370 कोविड स्वास्थ्य सहायक अब भी 6 माह की सैलरी के इंतजार में विभागों के चक्कर काटने को मजबूर है। हालांकि बुधवार को देशनोक नगरपालिका ने सीएमएचओ कार्यालय को फंड ट्रांसफर कर दिया। ऐसे में देशनोक पालिका में लगे 45 कर्मचारियों की सैलरी आज उनके खातों में ट्रांसफर हो जाएगी। वहीं बीकानेर शहर, श्रीडूंगरगढ़ व नोखा पालिका के 370 कर्मचारियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। जबकि वित्त आयोग ने 8 नवंबर को ही षष्ठम राज्य वित्त आयोग के अंतर्गत मिलने वाले अनुदान से सैलरी देने का आदेश दे दिया था।
सीएमएचओ डॉ ओपी चाहर ने बताया कि उन्होंने बिल नगर निगम को भेज दिए थे। निगम का कहना है कि उनके खाते खाली हैं। राज्य सरकार ने इस फंड में पैसे ट्रांसफर नहीं करवाए हैं। नोखा नगर पालिका का भी यही कहना है। वहीं श्रीडूंगरगढ़ नगर पालिका ने बुधवार को पहले तो शाम तक फंड ट्रांसफर करने का आश्वासन दिया था, बाद में फंड ना होने की बात कही।
दूसरी तरफ कोविड सहायक बुधवार को निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना व एडीएम सिटी अरुण प्रकाश से मिले।कर्मचारियों का कहना है सबसे अलग अलग जवाब मिल रहे हैं। दूसरे जिलों में भी सैलरी अब तक बकाया होने के बहाने बनाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले ने सबसे पहले सैलरी दी है। इसके अतिरिक्त हनुमानगढ़ ने भी भुगतान कर दिया है।
बुधवार को कलेक्टर नमित मेहता ने भी निगम आयुक्त को निर्देश दिए हैं। उन्होंने सैलरी के मामले को प्राथमिकता से लेकर भुगतान करवाने को कहा है। जयपुर से फंड दिलवाने में मेहता ने आयुक्त को मदद की पेशकश भी की बताते हैं।
सवाल यह है कि इन अल्पवेतनभोगी कर्मचारियों की सैलरी के प्रति सिस्टम इतना लापरवाह क्यों है?? सिस्टम की लापरवाही से सैकड़ों परिवार प्रभावित हो रहे हैं। कई कर्मचारी उधार पर अपना घर चला रहे हैं तो कई कर्जा लेकर निर्वाह कर रहे हैं। बता दें कि 14 दिन बाद सातवें माह की सैलरी भी बकाया हो जाएगी।
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