26 December 2020 09:30 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अगर आपका बिजली बिल बकाया है तो सावधान हो जाइए। बीकानेर में बिजली विभाग चोरी छिपे आपका कनेक्शन काट जाएगा और आपको घंटों तक पता ही नहीं चलेगा। यह सिर्फ चेतावनी नहीं है बल्कि शर्मनाक सच है। बीकानेर निवासी विजय दीक्षित के साथ आज बिजली कंपनी ने ऐसा ही किया। कंपनी के कर्मचारी आज सुबह दीक्षित परिवार को बिना सूचना दिए चोरी छिपे कनेक्शन काट गए। इस बीच इंवर्टर चलता रहा। देर शाम जब इंवर्टर भी बंद हो गया तब बिजली कंपनी के नंबर पर लाइट ना होने की शिकायत दर्ज करवाने के लिए फोन मिलाया गया। तब कंपनी ने बताया कि उनका बिल जमा ना होने के कारण उनका विद्युत संबंध विच्छेद कर दिया गया है।
दीक्षित को जब यह बात पता चली तब तक अंधेरा हो चुका था। सिर्फ एक माह के 9419 रूपए के बिल के लिए इस तरह से चोरी छिपे कनेक्शन काटना कंपनी की संवेदनहीनता दर्शाता है। जबकि बिजली मूलभूत सेवा के अंतर्गत आती है। यह हमारा संवैधानिक अधिकार है।
दीक्षित का कहना है कि उनके सहित परिवार के सभी सदस्य घर पर मौजूद थे। इसके बावजूद कंपनी के कर्मचारी बिना बताए चोरी छिपे कनेक्शन काट गए। अगर कर्मचारी उनके परिवार के किसी भी सदस्य से मिल लेते तो ऐसी नौबत ही नहीं आती। दीक्षित के अनुसार उनके पूर्व के सभी बिल जमा है। यह केवल एक माह का बिल है, जिसकी ड्यू डेट 23 दिसंबर थी। लेकिन किसी काम की पेचीदगी में उलझे होने की वजह से बिल जमा करवाना रह गया। चौंकाने वाली बात यह है कि बिल पर अंकित विलंब शुल्क के साथ बिल जमा करवाने की तिथि भी अभी गई नहीं है। वहीं विलंब शुल्क जोड़ने पर भी बिल राशि दस हजार रूपए नहीं होती।
ऐसे में कंपनी द्वारा कनेक्शन काटकर किसी नागरिक के मूलभूत अधिकारों से उसे वंचित करना कहां तक संवैधानिक है। जबकि कनेक्शन काटने गई टीम उपभोक्ता परिवार को सूचित करती तो कनेक्शन काटने की नौबत ही नहीं आती।
कंपनी का कारनामा यहीं नहीं थमा। दीक्षित ने जब चोरी छिपे कनेक्शन काटने की शिकायत एईएन रसीद रजा को की तो उनके जवाब ने तो हदें ही पार कर दी। दीक्षित ने जब एईएन से पूछा कि अगर कोई इतनी रात को बिल ऑनलाइन जमा करवाने में सक्षम नहीं हो तो क्या उसे रात भर अंधेरे में रहना होगा, तो एईएन ने स्पष्ट कहा कि हां, ऐसे में उसे अंधेरे में ही रहना होगा।
बता दें कि कंपनी कर्मचारियों द्वारा पहले भी इसी अव्यवहारिक तरीके से कनेक्शन काटने के मामले सामने आए हैं। कंपनी के खिलाफ चोरी छिपे कनेक्शन काटने, रात को कनेक्शन काटने व बिना नोटिस के कनेक्शन काटने की शिकायतें अब आम हो गई है। जबकि संविधान पैसे के अभाव में किसी से बिजली छीनने की इजाजत नहीं देता। सुनें ऑडियो
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