05 January 2024 10:09 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर।(पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) तीन राज्यों के मरीजों का सहारा और संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल पीबीएम वेंटिलेटर पर है। हालात यह है कि यहां आईसीयू के सुसज्जित बेड धूल से भर रहे हैं और सुविधाएं होने के बावजूद आए दिन मरीजों को आईसीयू के लिए इधर उधर धूल फांकनी पड़ रही है। बीकानेर के दिलेरों की वजह से पीबीएम की आवश्यकताओं की पूर्ति में कभी कोई बाधा आती ही नहीं है। डिमांड पैदा होने के साथ दानदाता तैयार हो जाते हैं मगर आपको बता दें कि गैर जिम्मेदार रखवालों की वजह से दानदाताओं का धन पीबीएम में जंग खा रहा है।
जानकारी मिली है कि डी वार्ड के आईसीयू में वेंटिलेटर तो भरपूर हैं मगर अनट्रेंड स्टाफ की वजह से वेंटिलेटर ऑपरेट करने में लगातार बाधा उत्पन्न होती है। कोविड आईसीयू को यहां शिफ्ट किया गया था, मगर हालात नाजुक हैं। यह तो कुछ भी नहीं, असली शर्मनाक बात यह है कि एमसीएच व जिरएट्रिक आईसीयू को तो उपयोग ही नहीं लिया जा रहा। एमसीएच में 20 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं वाला आईसीयू तैयार है। मगर इसका उपयोग नहीं किया जा रहा। यहां वेंटिलेटर तो बेड से डबल बताए जा रहे हैं। इसी तरह जिरएट्रिक वाले आईसीयू में भी 10 बेड तैयार हैं। करोड़ों की वेंटिलेटर मशीनें जंग खा रही है। जबकि दानदाताओं से मिली इस सुविधा के उद्घाटन भी बड़ी शान से किए जाते हैं। वाहवाही भी लूटी जाती है, लेकिन बात जब संचालन व सार-संभाल की आए तो अधिकारी भी जिम्मेदारी से भाग जाते हैं।
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