29 November 2023 01:08 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। रामकथा के समापन के साथ ही जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी ने बीकानेर से विदाई ली। नौ दिवस तक बीकानेर ने अनुष्ठान का लाभ लिया। लेकिन रामभद्राचार्य जी का एक वीडियो अब भी चर्चा में है। दो तीन दिन पहले यह वीडियो खूब वायरल हुआ। होता भी क्यों नहीं आख़िर इतने महान संत को बीकानेर ने अब तक का सबसे कटू अनुभव जो दिया।
दरअसल, बीकानेर भले ही रामभद्राचार्य जी के आगमन से धन्य हुआ हो, मगर उनकी नज़रों में हमारे बीकानेर को झुकना पड़ा। दरअसल, तीन दिवस पहले कुछ ऐसा हुआ जिससे रामभद्राचार्य जी को बेहद पीड़ा हुई। यह पीड़ा उन्होंने कथा पांडाल में भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीकानेर के लोग बड़े ही उच्श्रृंखल है, अनुशासनहीन है। इन्होंने मुझे बहुत दुख दिया। इतना दुख दिया कि एक बार तो मन हुआ चित्रकूट वापिस लौट जाऊं। जगद्गुरु ने कहा कि रामसुखदास जी जैसे अच्छे संत की इस नगरी में इतने दुष्ट लोग कहां से पैदा हो गए। ये किसी का लिहाज नहीं करते। कोई रोके तो मारपीट पे उतारू हो जाते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने भगवान के लिए घर छोड़ा है, वे व्यक्ति पूजा नहीं करते। अगर तुमको अपने पैसे पर अभिमान है तो मुझे अपने भगवान पर अभिमान है।
बता दें कि बीकानेर को इससे पहले कभी किसी संत महापुरुष के समक्ष इतना लज्जित नहीं होना पड़ा। छोटी काशी के लोगों पर संत परंपरा को ना समझने का आरोप भी लगा। बीकानेर को जागरुक होना होगा। ये समझना होगा कि बीकानेर वह नगरी है जहां जाति और संप्रदाय का भेद भूलकर सभी धर्मों के संतों के स्वागत में पलक पांवड़े बिछाए जाते हैं। देखें वीडियो
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