08 October 2022 03:17 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। एलएलबी के छात्र द्वारा चाइल्ड पोर्नोग्राफी की ट्रेडिंग के मामले में पुलिस पूछताछ आगे बढ़ रही है। छात्र को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस जांच में अब तक 24 पोर्न वीडियो मिल चुके हैं। वहीं फोन की टेस्टिंग में सैकड़ों वीडियो मिलने की संभावना है।
ये है मामला: तेलंगाना पुलिस को साईबर पेट्रोलिंग के दौरान युवक द्वारा चाइल्ड पोर्नोग्राफी (बच्चों के सेक्सुअल वीडियो) का धंधा होने की बात पता चला थी। भारत में चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर पूर्णतः प्रतिबंध है। यह एक दंडनीय अपराध है। ऐसे में तेलंगाना पुलिस ने राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशनल ग्रुप(एस ओ जी) को चाइल्ड पोर्नोग्राफी के संबंध में इनपुट भेजे थे। तेलंगाना पुलिस ने इस कार्य में लिप्त केजी कॉम्प्लेक्स पावर के समीप, रानी बाजार निवासी 20 वर्षीय देव प्रकाश पारीक पुत्र आसू प्रकाश की सूचना भेजी। एसओजी से जानकारी मिलने पर एसपी योगेश यादव ने पुलिस टीमों को तहकीकात कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल व ओपन सॉर्स इंटेलिजेंस टीम प्रभारी देवेंद्र सोनी की मदद लेते हुए अपराध की पुष्टि की गई। इसके बाद आरोपी देव प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट व पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच जेएनवीसी थानाधिकारी महावीर प्रसाद को दी गई।
महावीर प्रसाद ने बताया कि आरोपी युवक ने पूछताछ में बताया है कि वह मार्च से यह कार्य कर रहा है। दरअसल, वह एक टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ा है। जहां अज्ञात नंबर से किसी अज्ञात व्यक्ति का मैसेज आया था। उसने बच्चों के सेक्सुअल वीडियो बेचने का ऑफर दिया। पहले 10 सैकंड का सैंपल वीडियो भेजा जाता है। पसंद आने पर पैसे जमा करवाओ, तब पूरा वीडियो भेजा जाता है। आरोप है कि देश यह वीडियो खरीदकर आगे अपने ग्राहकों को बेच देता था। वह एक वीडियो 100 से 500 रूपए तक में खरीदता। एक वीडियो को कई लोगों को बेच देता। उसके मोबाइल में मिले सभी वीडियो विदेशी बच्चों के है।जांच में सामने आया है कि वीडियो विक्रेता वर्चुअल नंबर का प्रयोग करते हैं। वह समझते हैं कि वर्चुअल नंबर से वे पकड़ में नहीं आएंगे। जबकि वर्चुअल नंबर से भी व्यक्ति पकड़ में आ सकता है।
देव यह वीडियो हिडन फोल्डर में छिपा कर रखता था। इसी वजह से अब तक 24 वीडियो ही मिले हैं। पुलिस के अनुसार वह एल एल बी की पढ़ाई कर रहा है। यहां तक कि वह सोशल मीडिया पर लोगों को कानून के प्रति जागरूक भी करता है। इसके बावजूद उसने यह गलती कर दी। पुलिस के अनुसार वह पढ़े लिखे सभ्य परिवार से है। पहले से कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। देव ने किस वजह से ऐसा किया, यह जांच में ही पता चलेगा।
बता दें कि सोशल मीडिया पर अज्ञात लोग विदेशी नंबरों का इस्तेमाल कर ठगी का नेटवर्क चला रहे हैं। ऐसे ठगों से सावधान रहना चाहिए।
RELATED ARTICLES