09 December 2021 01:24 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पैसे डबल करने वाली लॉटरी के नाम पर जिले भर में ठगी की वारदातें करने वाले अलवर के बदमाशों से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है। बदमाशों ने पिछले तीन दिनों में नापासर, नोखा, सदर व श्रीडूंगरगढ़ में चार जनों से दो दो लाख की ठगी की। इसके अतिरिक्त 27 नवंबर को बीकानेर अनाज मंडी में मूंगफली खरीदने आए यूपी के व्यापारी राजकुमार गुप्ता से पुलिस बनकर चैकिंग के नाम पर सवा दो लाख की ठगी की। इसी बीच पता चला है कि बदमाशों ने मंडी से पहले 24 नवंबर को गंगाशहर में भी दो लाख की ठगी की थी। गंगाशहर में चोपड़ा स्कूल के पास मांगीलाल सोनी के साथ ये ठगी हुई। ब्लैक पल्सर में आए तीन बदमाशों ने पैसे डबल करने वाली लॉटरी का झांसा देते हुए मांगीलाल को जाल में फंसा लिया। हालांकि गंगाशहर की वारदात की पुलिस तस्दीक अभी नहीं हुई है। सोनी के साथ हुई वारदात सीसीटीवी कैमरों में कैद है। सदर व श्रीडूंगरगढ़ की वारदातों की तरह यहां भी ब्लैक पल्सर में तीन लोग थे। वारदात का तरीका व ठगी की राशि भी वही थी। पिछले 15 दिनों से सक्रिय अलवर के इन तीनों बदमाशों से पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपियों से करीब साढ़े छः लाख बरामद हुए बताते हैं। लेकिन गंगाशहर, बीछवाल, नोखा, नापासर, सदर व श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र से हुई वारदातों की कुल राशि करीब 12 लाख रूपए हो रही है। पुलिस को आशंका है कि इस गैंग में पकड़े गए तीन बदमाशों के अतिरिक्त और भी बदमाश शामिल हैं। वजह, अनाज मंडी में हुई वारदात के समय कुल चार लोग थे। वहीं बाइक भी ब्लैक पल्सर ना होकर लाल रंग की थी।
बता दें कि बुधवार को करीब सवा एक बजे पीबीएम के सामने सादुल कॉलोनी निवासी से पल्सर में आए तीन बदमाशों ने दो लाख की ठगी की थी। कहा कि लॉटरी व वीआईपी कूपन से आपकी राशि डबल हो जाएगी। परिवादी झांसे में आ गया और दो लाख रूपए दे दिए। दो लाख लेकर बदमाश फरार हो गए। दूसरी घटना श्रीडूंगरगढ़ के झंवर तिराहे पर सरपंच प्रतिनिधि के साथ हुई। यहां भी दो लाख रूपए इसी तरीके से ठगे गए। बदमाश यहां से सीकर की ओर भाग गए।
ये रहे सफलता के हीरो: एसपी योगेश यादव के निर्देशन में कुछ ही घंटों में सीकर के लक्ष्मणगढ़ से तीनों बदमाशों को दबोचने वाली पुलिस टीमों में कुछ अधिकारियों व पुलिस कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीबीएम के सामने हुई वारदात के बाद पहले चरण की सफलता में थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा, हैड कांस्टेबल साहबराम डूडी व लक्ष्मण की मेहनत काम आई। इन्होंने कंट्रोल रूम की मदद से पता लगाया कि आरोपियों ने पल्सर बाइक का इस्तेमाल मौके पर किया। आगे जयपुर रोड़ बाईपास पर कार खड़ी कर रखी थी। जिसमें बंटते हुए ये आगे निकले। दूसरे चरण में श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण मय टीम की विशेष भूमिका रही। वहीं तीसरे चरण में बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा व हैड कांस्टेबल साईबर सैल दीपक यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इन्होंने ही आरोपियों की गिरफ्तारी करवाई।
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