13 September 2021 12:17 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। दूसरों की जमीनें हथियाने के लिए आजकल लोगों द्वारा नये नये हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें महिला ने अपने पास स्थित कॉर्नर प्लॉट को हड़पने के लिए कोर्ट में दावा पेश कर दिया। जिसमें वह पूरी तरह झूठ साबित हुई है।
मामला जयपुर रोड़ स्थित परशुराम कॉलोनी का है। अनीता देवी ने यहां 2013 में जितेंद्र गौड़ से दो प्लॉट खरीदे थे। पहले दिन प्लॉट नंबर 10 खरीदा। यह रजिस्ट्री शुदा प्लॉट साढ़े तीन लाख में खरीदा। अगले दिन प्लॉट नंबर 11 भी इकरारनामे से खरीद लिया, जिसकी सवा दो लाख रूपए कीमत अदा की गई। इन दोनों भूखंडों का कब्जा भी गौड़ ने महिला को दे दिया।
2021 में गौड़ प्लॉट नंबर 12 सौरभ चौधरी को बेचा। चौधरी वहां घर बनाकर निवास करने लगा। इसी बीच महिला ने 12 नंबर प्लॉट पर अपना दावा पेश कर दिया। महिला ने कहा प्लॉट नंबर 11 व 12 उसका है। 11 में वह घर बनाकर रह रही है। वहीं 12 पर उसने छपरा आदि बनाकर गाये बांध रखी हैै। प्लॉट नंबर 12 उसने 2013 में गौड़ से मौखिक इकरारनामे पर खरीदा था। उस पर भरोसा था इसलिए 51 हज़ार रूपए एडवांस देकर खरीदा। रजिस्ट्री के समय 13000 रूपए देने थे। मगर आरोपी ने अब तक रजिस्ट्री नहीं करवाई है। मगर 2013 से 12 नंबर प्लॉट पर उसका कब्जा है।
एडवोकेट अनिल सोनी ने बताया कि महिला ने 10 नंबर प्लॉट की बात छुपाते हुए उसके कागजात 12 नंबर प्लॉट के तौर पर पेश कर दिए। कोर्ट को सच बताने पर असमंजस की स्थिति बनी। जिस पर कोर्ट ने मौका कमीशन नियुक्त कर दिया। मौका कमीशन जब प्लॉट पर पहुंचा तो महिला के दावे के उलट 10 नंबर प्लॉट पर उसका घर था। 11 पर छपरा व गायें थी। वहीं दावे वाले 12 नंबर प्लॉट पर पक्की दीवारें, कमरे आदि थे। मौके पर सौरभ चौधरी की नेम प्लेट थी। चौधरी की मां ने ताला खोलकर पूरा घर दिखाया। वहीं बिल आदि भी चौधरी के नाम के थे। सोनी ने बताया कि उन्होंने काउंटर क्लेम भी किया। कोर्ट ने मौका कमीशन की रिपोर्ट व विभिन्न तर्कों के आधार पर महिला द्वारा लगाई गई स्टे ऑर्डर की अर्जी खारिज कर दी। वहीं महिला के दावे को मिथ्या बताते हुए चौधरी के हक में फैसला सुना दिया।
बता दें कि जमीनें हथियाने का यह खेल केवल इसी कॉलोनी में नहीं चल रहा, बल्कि गांव से शहर तक हर जगह चल रहा है। कोलायत थाना क्षेत्र के एक गांव में भी इसी तरह जमीनें हथियाने का खेल लंबे समय से चल रहा है। हम बहुत जल्द ऐसे कब्जाधारियों की पहचान उजागर करेंगे। जानकारी मिली है कि कोलायत के इस गांव में हो रहे कब्जों के खेल में राजनीतिक पदों पर बैठे लोग भी शामिल है।
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