03 November 2022 09:15 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) बीकानेर के नामचीन लोगों के ठिकानों पर सुबह करीब सात बजे शुरू हुई इनकम टैक्स की रेड अब तक पूर्ण नहीं हुई है।कार्रवाई अभी भी जारी है। आज सुबह करीब सात बजे एक साथ नोखा के श्रीनिवास झंवर ग्रुप, बीकानेर के जुगल राठी व धनपत चायल सहित इनसे जुड़े लोगों व रिश्तेदारों के यहां इनकम टैक्स की टीमें आ धमकी। झंवर ग्रुप से व्यापारिक कनेक्टिविटी की वजह से देशनोक निवासी उनके रिश्तेदार ओमप्रकाश मूंधड़ा, जुगल राठी से कनेक्टिविटी की वजह से गंगाशहर का दूगड़ ग्रुप व बीकानेर का एक युवक भी चपेट में आ गया।
-इनके यहां पड़ी रेड- जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स की करीब 55 गाड़ियों में भरकर आए करीब 230 अधिकारियों-कर्मचारियों ने एक साथ जोधपुर, नोखा, देशनोक, गंगाशहर, बीकानेर में रेड की। हालांकि स्पष्ट अधिकृत आंकड़े तो अभी जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक इन सभी के करीब 32 ठिकानों पर रेड की गई है। ख़ास बात यह है कि लोकल पुलिस की इमदाद भी नहीं ली गई। नोखा के श्रीनिवास झंवर, उनके भतीजे लाला झंवर, हड़मान झंवर व भागीरथ के घरों व कार्यस्थलों में टीमें पहुंची। नोखा के बृजरतन तापड़िया के यहां भी टीम पहुंची। बताया जा रहा है इनकम टैक्स के डर से तापड़िया की तबीयत बिगड़ गई। जुगल राठी के निवास, ऑफिसों व अन्य ठिकानों पर तथा धनपत चायल के ठिकानों पर टीमें पहुंची। इसी तरह शेयर ब्रोकिंग कंपनी नाइन स्टार से जुड़े दूगड़ ग्रुप के यहां भी इनकम टैक्स ने रेड की। जुगल राठी नाइन स्टार में एक हिस्सेदार हैं। बताया जा रहा है कि रेड तो झंवर ग्रुप, जुगल राठी व चायल पर थी, लेकिन व्यापारिक जुड़ाव की वजह से अन्य भी रडार में आ गए हैं। जिनमें दूगड़ ग्रुप सहित अन्य भी शामिल हैं।
-दाल में क्या था काला! - सूत्रों के मुताबिक मामला दाल की खरीद फरोख्त व उससे आए बड़े धन को ठिकाने लगाने से जुड़ा है। रेड इनकम टैक्स ने की है। सेंट्रल के निर्देश पर स्टेट की कई टीमों ने मिलकर रेड की। कई माह से रेड की तैयारी चल रही थी। मामला चाहे दाल से जुड़ा हो या किसी अन्य श्रोत से आय का, मगर यह तय है कि इनकम टैक्स से बहुत कुछ छुपाया गया था, इसीलिए टीमें आ धमकी। सूत्रों के मुताबिक मामला 20-50 करोड़ का नहीं बल्कि अरबों की आय से जुड़ा है।
जुगल है चायल व झंवर से बड़े धन कुबेर :- सूत्रों के मुताबिक राजनीतिक बैकग्राउंड की वजह से इस रेड को लेकर झंवर ग्रुप सबसे ज्यादा नजरों में है मगर हकीकत में जुगल राठी ही असली धन कुबेर है। वहीं पैसों के मामले में चायल भी राठी के सामने कुछ नहीं बताया जाता।
तहकीकात के मुताबिक जुगल राठी के पास उस समय भी अथाह पैसा था, जब उसके पास व्यापार के नाम पर रेडिमेड कपड़ों का छोटा सा स्टोर हुआ करता था। सूत्रों के मुताबिक 1999-2000 तक राठी के पास एक प्लास्टिक की दुकान थी। इसके बाद यह दुकान बंद कर दी। इसकी जगह खजांची मार्केट में रौनक गारमेंट्स नाम की दुकान खोल ली। 2009-10 तक रौनक गारमेंट्स ही थी, इसके बाद नाइन स्टार में छोटा सा हिस्सेदार बना। उसी समय से धनवान रहा जुगल आज धन कुबेर बन चुका है। पिछले कई सालों से उसके पास कार व बाइक की एजेंसी भी है। इसके अलावा भी कुछ काम हैं।
सूत्रों के मुताबिक जुगल पर इनकम टैक्स की नजर पड़ने का कारण उसका अथाह धन है। सूत्रों के मुताबिक जुगल के पास बीकानेर सिटी, गंगाशहर, जयपुर रोड़, नोखा रोड़, बरसिंहसर क्षेत्र सहित देश के कई जिलों व बड़े शहरों में प्रॉपर्टी है। सूत्रों का कहना है कि नोखा, किसनगढ़, सूरत, कलकत्ता, मुंबई, जयपुर आदि में भी कीमती संपत्तियां हैं। ऐसे में कई अरबों की जमीनों के मालिक जुगल पर विभागों की नज़रें टिकी थी। बताया जाता है कि कोरोना काल में बनाया घर ही करीब पांच करोड़ से अधिक का है।
राजनीतिक बैकग्राउंड: झंवर व चायल का राजनीतिक बैक ग्राउंड है। मगर राठी का राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। वह कांग्रेस व बीजेपी दोनों ही पार्टियों के नेताओं से ट्यूनिंग रखता है।
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