15 February 2022 11:14 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर पुलिस की साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल को कुछ ही दिनों में अच्छा रेस्पॉन्स मिलने लगा है। अब कार्य भी दिख रहा है। ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए शहरवासियों के पैसे भी रिफंड हो रहे हैं। सैल प्रभारी सीआई रमेश सर्वटा के अनुसार अब तक पीड़ितों के 2 लाख 26 हजार 793 रूपए बचाए जा चुके हैं। वहीं एक माह पूरा होते होते बड़ी सफलता मिल जाएगी। एसपी योगेश यादव के नवाचार के रूप में सामने आए इस सैल को लेकर एएसपी अमित कुमार बुडानिया भी विशेष रूचि लेते दिख रहे हैं। अमित कुमार द्वारा रमेश सर्वटा मय आठ सदस्यीय टीम को मोटिवेशन के साथ साथ गंभीरता से डायरेक्शन प्रदान किया जा रहा है।
-इस तरह फेरा गया ठगों की चालाकी पर पानी-: सर्वटा के अनुसार सवा दो लाख से अधिक का यह अमाउंट ठगों ने अलग अलग लोगों के खातों से अलग अलग तरीकों से उड़ाया था। जेएनवीसी थाना क्षेत्र निवासी मोहित ने गूगल पर जाकर एसबीआई कस्टमर केयर नंबर सर्च किए। उस नंबर पर बात की तो एनीडेस्क एप (Anydesk app) डाउनलोड करने को कहा गया। एक लिंक भेजा गया। लिंक से एप डाउनलोड करते ही 5185 रूपए खाते से निकल गए। मोहित ने तुरंत साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल से संपर्क कर सारी जानकारी उपलब्ध करवाई। सैल ने ये पैसे होल्ड करवाए, जो अब रिफंड हो चुके हैं।
दूसरी सफलता गंगाशहर थाना क्षेत्र निवासी भागीरथ के 81200 रूपए बचाने में मिली। 3 फरवरी को अज्ञात ठगों ने भागीरथ के यूपीआई आईडी व पासवर्ड चुराकर उसके खाते से 81200 रूपए उड़ा लिए। पीड़ित ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत साईबर सैल से संपर्क किया। उसके सारे पैसे होल्ड करवाए गए। जिसमें से 25945 रूपए रिफंड हो चुके हैं। शेष होल्ड अमाउंट भी जल्द ही रिफंड हो जाएगी।
सर्वटा के अनुसार अनाधिकृत लिंक पर क्लिक करने वाला नयाशहर थाना क्षेत्र निवासी प्रशांत कुमार 24000 रूपए की ठगी का शिकार हुआ। 2 फरवरी को प्रशांत ने टैक्सी बुकिंग हेतु ऑनलाइन सर्च किया था। एक नंबर पर संपर्क किया तो 100 रूपए फोन पे करने को कहा गया। उसके बाद ठग ने एक लिंक भेजा, कहा कि इस लिंक पर क्लिक कर टैक्सी बुक करें। जैसे ही प्रशांत ने लिंक पर क्लिक किया, उसके खाते से 24000 रूपए डेबिट हो गए। सर्वटा ने बताया कि प्रशांत ने सैल को फोन कर सारी जानकारी उपलब्ध करवाई। उसके पैसे रिफंड करवा दिए गए हैं।
-ऐसा किया तो रिफंड नहीं होंगे पैसे:- साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल आपकी मदद तभी कर सकती है जब आप जागरुक रहें। अगर आपके साथ ठगी होती है तो एक मिनट की भी देरी ना करें, तुरंत साईबर सैल के हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें। ठगी के 24 घंटे के अंदर मिली सूचना पर पैसे बचने की उम्मीद 90 प्रतिशत होती है। वहीं अगर सूचना दूरी से दी जाए तो उम्मीद कम हो जाती है। 48 घंटे के बाद पैसे बचने की उम्मीद नगण्य हो जाती है।
-टेक्स्ट मैसेज देखने की आदत करेगी आपकी मदद:- वाट्सअप के युग में अधिकतर लोग टेक्स्ट मैसेज देखना ही बंद कर चुके हैं। जबकि बैंक ट्रांजेक्शन से लेकर समस्त अधिकृत सूचनाएं आज भी टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से ही प्राप्त होती है। लोग टेक्स्ट मैसेज नहीं देखते, ऐसे में उनके अकाउंट से पैसे निकालने के बाद भी उन्हें घटना की जानकारी नहीं मिलती।
अगर आप टेक्स्ट मैसेज निरंतर देखते हैं, तो इस तरह की ठगी तुरंत ध्यान में आ जाएगी और आप समय रहते साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल से मदद मांग सकेंगे। बता दें कि सैल भी आपके प्रकरण के निस्तारण की जानकारी टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से ही भेजती है।
ख़बरमंडी न्यूज़ आपसे अपील करता है कि आप जागरुक रहें। अज्ञात लोगों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक ना करें। अपनी गोपनीय सूचनाएं फोन पर किसी के साथ साझा ना करें।
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