24 August 2021 10:29 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। सरस डेयरी अलॉटमेंट मामले में प्रशासन की भूल से बड़ा गड़बड़झाला हो गया। मामला मुरलीधर डिस्पेंसरी के आगे खुलने वाले डेयरी पॉइंट से जुड़ा है। उरमूल बीकानेर ने जिस पॉइंट के लिए आवेदन स्वीकार किए, पांच दिन बाद उसी पॉइंट के लिए नगर निगम ने एनओसी देकर विवाद खड़ा कर दिया। सोमवार शाम 'ख़बरमंडी' में ख़बर लगने के बाद उरमूल प्रबंधन हरकत में आया। मंगलवार को ऑफिस खुलते ही दस्तावेज खंगाले तो पता चला कि सोमवार को यहां लगी श्री भैरव सरस डेयरी अवैध नहीं थी बल्कि नगर निगम व उरमूल बीकानेर की भूल ने आवेदनकर्ताओं व भैरव सरस डेयरी के सामने समस्या खड़ी कर दी। प्रबंधन ने भूल स्वीकार की है।
उरमूल बीकानेर के प्रबंध संचालक एस एन पुरोहित ने बताया कि पहले डेयरी अलॉटमेंट के नियम अलग थे जो हाल ही में बदल दिए गए। इसी वजह से निगम व डेयरी प्रबंधन उलझकर रह गया। दरअसल, हाल ही में सरकार ने प्रदेशभर में पांच हजार डेयरी बूथ अलॉट करने के आदेश जारी किए थे। जिसके लिए नगर निगम सर्वे के आधार पर पॉइंट तय करने थे। निगम ने शहर में कुल साठ पॉइंट तय किए। इसके बाद आवेदन मांगे गए। जिस पर 5 अगस्त को 1400 लोगों ने आवेदन जमा करवाए। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रबंधन के सामने 2019 के अटके हुए अलॉटमेंट की जानकारी भी आई। दरअसल, 2019 में अलॉट हुए 216 डेयरी बूथों की निगम ने एनओसी अटका रखी थी। सरकार के आदेश पर निगम ने 216 में से 22 बूथों की एनओसी 10 अगस्त को जारी कर दी। इनमें मुरलीधर डिस्पेंसरी के आगे उसी पॉइंट पर एनओसी जारी कर दी गई, जिस पर नयी योजना के तहत आवेदन प्राप्त किए गए थे। दस्तावेजों के अभाव में यह सारा विवाद खड़ा हुआ। पुरोहित ने बताया कि भूल सामने आते ही बीच का रास्ता निकालते हुए श्री भैरव सरस डेयरी को डिस्पेंसरी के आगे बूथ लगाने के लिए अनुमत कर दिया गया है। वहीं इस पॉइंट के आसपास सर्वे करवाकर नया बूथ चिन्हित किया जाएगा। जिसे लॉटरी के बाद नये आवेदकों को अलॉट कर दिया जाएगा।
पुरोहित के अनुसार मंगलवार को शहर के साठ बूथों में से 55 बूथों पर लॉटरी निकाली गई, चार ग्रामीण बूथों पर लॉटरी निकाली गई। वहीं शेष पांच बूथों पर नये सर्वे के बाद लॉटरी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बता दें कि नियमानुसार दो बूथों के बीच कम से कम 200 मीटर की दूरी होनी अनिवार्य है।
RELATED ARTICLES