25 February 2022 07:46 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। नेत्र शल्य चिकित्सक के अभाव में लगभग रद्द होने जा रहा नेत्र चिकित्सा शिविर सीएमएचओ डॉ बीएल मीणा के आदेश के बाद संभव हो ही गया। गंगाशहर नागरिक परिषद व राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस शिविर में 98 रोगियों के नेत्रों की जांच व ईलाज भी किया गया। सम्पत लाल दूगड़ ने बताया कि इनमें से 52 रोगियों के ऑपरेशन की आवश्यकता थी। इन सभी 52 रोगियों के एस आई सी एस विधि से लैंस प्रत्यारोपित किए गए। अस्पताल अधीक्षक डॉ मुकेश वाल्मीकि ने बताया कि यह सभी ऑपरेशन डॉ संजीव सहगल ने किए। नागरिक परिषद के चेयरमैन जतन लाल दूगड़ ने बताया कि शिविर में दिलीप सिंह, अनिल यादव, युसुफ, विमल तेजी आदि ने सहयोग किया। वहीं परिषद से जुड़े संपत लाल दूगड़, महेंद्र चौपड़ा आदि कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
दरअसल, गंगाशहर नागरिक परिषद व राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में हर माह की 10 व 24 तारीख को निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित होता है। लेकिन हाल ही में डेपुटेशन पर गंगाशहर अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे डॉ संजीव सहगल को नियमित प्रक्रिया के तहत रिलीव कर दिया गया था। पिछले चार-पांच पांच दिनों से गंगाशहर अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ ही नहीं है। जबकि यहां नियमित आउटडोर होता है। हर दिन करीब सौ रोगी चिकित्सा लाभ लेते हैं। वहीं दो शिविरों में से चयनित सौ से अधिक रोगियों के लैंस भी लगाया जाता है। मगर पिछले 4-5 दिनों से नियमित आउटडोर बंद है। सैकड़ों नेत्र रोगी परेशान हो रहे हैं। यहां जल्द से जल्द नेत्र रोग विशेषज्ञ को पोस्टिंग दी जानी चाहिए। पोस्ट क्रिएट होने के बावजूद गंगाशहर व इसके आस पास के चारों तरफ के गांवों के हजारों रोगी चिकित्सक के अभाव में परेशान हैं। चिकित्सक जैसे महत्वपूर्ण पद को इतने दिनों तक रिक्त रखना आमजन के साथ अन्याय है।
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