04 July 2022 08:03 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, श्रीगंगानगर। शहर के सबसे पुराने बाजार को अब ट्रांसपोर्ट बिजनेस की नजर लग रही है। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के सामने बसी पुरानी धानमंडी लंबे समय से शहर का महत्वपूर्ण बाजार रहा है। एक तरफ रेलवे स्टेशन तो दूसरी तरफ धान मंडी के नाम से मशहूर बाजार है। यहां न्यू लाइट ज्वैलर्स, भामा ज्वैलर्स, दुर्गा ज्वैलर्स व सेतिया ज्वैलर्स सहित बड़े ज्वैलरी शोरूम, बीज व पेस्टीसाइड्स की दुकानें हैं। वहीं यह मंडी गुड़ खांड की भी बड़ी मंडी है। इसके अतिरिक्त आसपास काफी बड़े बड़े प्रतिष्ठान व आवास है। बैंक भी है। पिछले कुछ समय से ट्रांसपोर्टरों ने यहां अपने गोडाउन(गोदाम) बना लिए हैं। हालात यह है कि धान मंडी के ज्वैलरी शोरूमों के मालिकों सहित निवासियों व समस्त व्यापारियों को भय व परेशानी में जीना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्ट के ट्रक व अन्य वाहन शाम 6 बजे के बाद पूरी स्टेशन रोड़ सहित धान मंडी में जाम लगा देते हैं। इससे ट्रैफिक व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। घरों व दुकानों के रास्ते ब्लॉक कर दिए जाते हैं। इससे वर्षों से दुकानदारी जमाकर बैठे व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। ट्रांसपोर्ट के वाहनों में अलग अलग जिलों के चालक व मजदूर यहां आते हैं। रातभर माल लोडिंग अनलोडिंग चलती है। दारू के नशे में धुत्त चालक व कर्मचारी हुड़दंग मचाते हैं। यहां के निवासियों को काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है। वहीं ज्वैलरी शोरूम भी खतरे में हैं। अलग अलग जिलों व शहरों से जो मजदूर आते हैं उनका किसी तरह का वेरिफिकेशन नहीं होता। यहां कभी भी बड़ी वारदात होने की संभावना है। अगर कभी वारदात हुई तो बड़ा नुकसान होगा।
ऐसे ही रहे हालात तो स्टेशन के लिए पैदा होगा खतरा: ट्रांसपोर्ट बिजनेस के लिए अलग से ट्रांसपोर्ट नगर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त भी बाहरी क्षेत्र में ऐसे कई स्थान हैं जहां ट्रांसपोर्टरों के गोदाम हो सकते हैं। बावजूद इसके रेलवे स्टेशन व पुरानी धान मंडी के बाजार को तबाह किया जा रहा है। अगर ट्रांसपोर्टरों को समय रहते यहां से कहीं और नहीं ले जाया गया तो धीरे धीरे यह मार्केट ट्रांसपोर्ट मार्केट बन जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो रेलवे स्टेशन के सुचारू संचालन में भारी व्यवधान पैदा होंगे।
वारदात का खतरा:- पुरानी धान मंडी में पैर पसार रहे ट्रांसपोर्टरों की वजह से यहां आमजन व व्यापारियों के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो रही है। यहां कभी भी कोई वारदात हो सकती है। वहीं ज्वैलरी शोरूमों सहित बड़े प्रतिष्ठानों में चोरी आदि का खतरा भी मंडराने लगा है। अगर ट्रांसपोर्ट बिजनेस ने यहां पैर पसार लिए तो धान मंडी सहित आस पास के सैकड़ों दुकानदार व शोरूम तबाह हो जाएंगे। वजह, ट्रांसपोर्टरों के वाहन यहां जाम लगाएंगे, जिससे आमजन को बाजार पहुंचने में मुश्किलें होगी। इसके अतिरिक्त अनवेरिफाइड बाहरी मजदूरों के आवागमन से असुरक्षा भी बढ़ेगी।
संभागीय आयुक्त व कलेक्टर से उम्मीद:- पुरानी धान मंडी व आसपास के व्यापारियों को अब संभागीय आयुक्त व श्रीगंगानगर कलेक्टर से उम्मीद है। आए दिन हो रहे लफड़ों से परेशान व्यापारी बाजार के भविष्य को लेकर भी चिंतित है, तो वहीं अपने अपने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर भी परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि ट्रांसपोर्टरों के गोदाम स्टेशन व बाजारों से दूर ही होने चाहिए। अगर समय रहते इनको बाहरी इलाकों में भेज दिया गया, तो भविष्य में बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगी। ऐसा ना होने पर समस्त व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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