28 January 2025 06:14 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) उपनगर गंगाशहर से निकलता नोखा रोड़ हाइवे राहगीरों के लिए काल बन चुका है। इस हाइवे के चार प्वॉइंट ऐसे हैं जहां से गुजरना मतलब खुद को खतरे में डालना है, ये मृत्यु द्वार हैं। यहां आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। कभी कोई गंभीर घायल होता है तो कभी किसी की मौत हो जाती है। इस समस्या की जानकारी प्रशासन से लेकर नेताओं तक सभी को है, मगर इसके समाधान को लेकर कोई जागरुक नहीं है। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु समुचित इंतजामात नहीं किए गए हैं तो वाहन चालक भी सजग नहीं है, इस वजह से भी सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। आए दिन दुर्घटनाग्रस्त लोग काल के गाल में समा रहे हैं।
पहला मृत्यु द्वार : काल के द्वार का पहला प्वाइंट जैन कॉलेज चौराहा है। यहां हर दिन कोई ना कोई भिड़ंत जरूर होती है। इस चौराहे की सबसे बड़ी समस्या बस स्टैंड हैं। प्राइवेट, रोडवेज सहित सभी बसें यहां तानाशाही करती है। बीच चौराहे बसे खड़ी कर दी जाती है, जिससे ट्रैफिक बिगड़ता है। ट्रैफिक लाईट नहीं होना भी बड़ी समस्या है। ट्रैफिक लाइट के अभाव में क्रॉस करते वाहनों में भ्रम पैदा होता है और भिड़ंत हो जाती है।
दूसरा मृत्यु द्वार : इस हाइवे का दूसरा मृत्यु द्वार हंसा गेस्ट हाउस-बाफना स्कूल वाला बिगड़ा हुआ चौराहा है। यह चौराहा सबसे ख़तरनाक है। यहां कई मौतें हो चुकी हैं। एक तरफ बाफना स्कूल हैं तो दूसरी तरफ शादी वाले भवनों की कतार। और फिर आचार्य तुलसी समाधि स्थल भी इसी चौराहे के पास है। इतना कुछ होने के बावजूद यहां अंधेरा कायम रहता है। डिवाइडर की फिनिशिंग भी इतनी आगे है कि दुर्घटनाएं हो ही जाती है। चौराहा टेढ़ा-मेढ़ा है तो वहीं स्पीड ब्रेकर भी नहीं हैं। ऐसे में सड़क दुर्घटनाएं नहीं होंगी तो आख़िर होगा क्या ??
-तीसरा मृत्यु द्वार : तीसरा मृत्यु द्वार नया बस स्टैंड हैं। नये बस स्टैंड का यह चौराहा भी सड़क दुर्घटनाओं का प्वॉइंट है। गंगाशहर द्वार के पास बेतरतीब खड़ी टैक्सियां भी सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बन रही है। टैक्सी चालक बीचोंबीच टैक्सी खड़ी कर देते हैं। ये चौराहा भी थोड़ा टेढ़ा-मेढ़ा है, ऊपर से यहां भी स्पीड ब्रेकर नहीं हैं।
चौथा मृत्यु द्वार : गंगाशहर से निकलते इस हाइवे पर चौथा मृत्यु द्वार पुराना बस स्टैंड हैं। यहां हालात बेहद विकट हैं। बसों की तानाशाही यहां ट्रैफिक व्यवस्था का सत्यानाश कर रही है। सड़क दुर्घटनाओं की एक वजह यह भी है। यहां भी स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं और बसों की तानाशाही रोकी जाए तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है।इन चार प्वॉइंट्स के अलावा माणक गेस्ट हाउस के पास का प्वॉइंट भी खतरों से भरा है। यहां भी आजकल सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।
-ये हैं समुचित समाधान: गंगाशहर के इन चारों मृत्यु द्वारों को सुरक्षित चौराहे बनाने के लिए यहां दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर सबसे बड़ी आवश्यकता है। तकनीकी रूप से सही स्पीड ब्रेकर बनाएं जाएं तो यहां दुर्घटनाएं काफी कम हो सकती है। वहीं पहले मृत्यु द्वार पर ट्रैफिक लाइट व ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करने की आवश्यकता है। दूसरे मृत्यु द्वार के डिवाइडर को दुरुस्त करने की आवश्यकता है तो प्रकाश व्यवस्था भी समुचित करने की जरूरत है। तीसरे व चौथे मृत्यु द्वार पर ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करने की भी जरूरत है।
वाहन चालकों से अपील : वाहनों चालकों को भी जागरुक व संवेदनशील होने की आवश्यकता है। वाहनों की गति नियंत्रित रखी जानी चाहिए। ख़बरमंडी न्यूज़ समस्त वाहन चालकों से अपील करता है कि वे वाहन चलाते समय लापरवाही ना बरतें। आपकी लापरवाही व अधिक गति आपकी या किसी अन्य की मौत का कारण बन सकती है।
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