07 November 2024 11:59 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। इसे विधि का लेखा कहें या दुर्भाग्य मगर ऐसी घटनाएं सुनने, जानने और देखने वाले हर इंसान को अंदर तक हिला देने वाली होती है, ये सुनकर हर इंसान यही कहता है कि हे! भगवान ऐसा किसी के साथ ना हो।
नोखा थाने के कांस्टेबल विकास मीणा के सुसाइड से हर कोई स्तब्ध है। बीती रात करीब 9 बजे विकास मीणा ने पुलिस थाने के पास स्थित अपने प्राइवेट क्वार्टर में फांसी लगा ली थी।
सीओ हिमांशु शर्मा के अनुसार विकास की पत्नी व बच्चियों के चिल्लाने पर पुलिस तुरंत क्वार्टर पहुंच गई। पहले नोखा अस्पताल ले जाया गया, ट्रीटमेंट दिया गया। हाल गंभीर थी मगर सांसें चल रही थी, चिकित्सकों की सलाह पर पीबीएम रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विकास ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा। बताया जा रहा है कि वह खाना खाते खाते अचानक उठा और कमरा बंद करके फांसी लगा ली। विकास के घर पर अब कोई पुरुष नहीं बचा है। विकास से एक साल पहले उसके छोटे भाई ने भी सुसाइड कर ली थी। वहीं विकास के पिता की आठ साल पहले बीमारी से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि विकास अपने पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति में ही पुलिस की नौकरी लगा। उसे पुलिस कांस्टेबल बने आठ साल हो चुके थे। विकास मूल रूप से झुंझुनू के उदयपुरवाटी क्षेत्र का था।
जिस घर में विकास ने आत्महत्या की, वहां अब उसकी मां, पत्नी व दो बेटियां ही हैं। ख़बर लिखने तक पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी। शव पीबीएम की मोर्चरी में रखवाया गया है। विकास ने ऐसा कदम क्यूं उठाया, यह अभी तक रहस्य बना हुआ है।
RELATED ARTICLES